Edited By Nitika, Updated: 26 Jan, 2024 02:40 PM

उत्तराखंड राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) वाहिनी के जौलीग्रांट स्थित मुख्यालय में धूमधाम से गणतंत्र दिवस मनाया गया। साथ ही, राज्य के विभिन्न पर्वतीय स्थानों पर स्थित एसडीआरएफ चौकियों पर भी भव्यता से इसे मनाया गया।
देहरादूनः उत्तराखंड राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) वाहिनी के जौलीग्रांट स्थित मुख्यालय में धूमधाम से गणतंत्र दिवस मनाया गया। साथ ही, राज्य के विभिन्न पर्वतीय स्थानों पर स्थित एसडीआरएफ चौकियों पर भी भव्यता से इसे मनाया गया।
वाहिनी में उपसेनानायक मिथिलेश सिंह द्वारा सर्वप्रथम राष्ट्रीय ध्वज का आरोहण किया गया। इस दौरान सलामी गार्द द्वारा सलामी की कार्यवाही की गई व प्रांगण में मौजूद समस्त अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा राष्ट्र ध्वज के सम्मान में सेल्यूट किया गया। तत्पश्चात सिंह द्वारा उपस्थित समस्त अधिकारी, कर्मचारियों को राष्ट्रीय एकता व अखंडता की शपथ दिलाई गई। उन्होंने उपस्थित अधिकारी, कर्मचारियों को संबोधित करते हुए बताया कि आज का दिन हर भारतवासी के लिए गौरवान्वित करने वाला है। गणतंत्र दिवस का उत्सव भारत की आजादी के लिए लड़ने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान का सम्मान करने और लोकतंत्र, समानता और न्याय के आदर्शों के प्रति देश की प्रतिबद्धता की पुष्टि करने का एक तरीका है।
उप सेनानायक ने कहा कि यह भारत की सांस्कृतिक और सामाजिक विविधता का जश्न मनाने और राष्ट्रीय एकता और एकीकरण को बढ़ावा देने का अवसर भी है। अनेकता में एकता वाले हमारे देश पर हमे गर्व करना चाहिए और ये प्रण भी लेना चाहिए कि राष्ट्र की एकता और अखंडता सुनिश्चित कराने वाली बन्धुता बढ़ाने के लिए दृढ़ संकल्प होकर स्वयं को आत्मसमर्पित करेंगे। इस अवसर पर शिविरपाल राजीव रावत, निरीक्षक प्रमोद रावत, सूबेदार मेजर जयपाल राणा, उप-निरीक्षक विजय रयाल, नवीन कुमार इत्यादि भी उपस्थित रहे। ध्वजारोहण कार्यक्रम के उपरांत, वाहिनी मुख्यालय में उप सेनानायक के नेतृत्व में पर्यावरण संरक्षण की ओर महत्वपूर्ण कदम बढ़ाते हुए वृहद वृक्षारोपण अभियान चलाया गया, जिसके माध्यम से वाहिनी में छायादार व फलदार पौधों का रोपण किया गया।