Edited By Nitika, Updated: 09 Jun, 2024 12:48 PM
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उत्तरी कमान के 'जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ' लेफ्टिनेंट जनरल एम वी सुचिंद्र कुमार ने कहा कि आधुनिक युद्ध का स्वरूप निरंतर बदल रहा है और भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) से पाठ्यक्रम पूरा करने वाले कैडेट से इन चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा।
देहरादूनः उत्तरी कमान के 'जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ' लेफ्टिनेंट जनरल एम वी सुचिंद्र कुमार ने कहा कि आधुनिक युद्ध का स्वरूप निरंतर बदल रहा है और भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) से पाठ्यक्रम पूरा करने वाले कैडेट से इन चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा।
ऐतिहासिक ड्रिल स्क्वायर पर आईएमए की ‘पासिंग आउट परेड' को संबोधित करते हुए लेफ्टिनेंट जनरल कुमार ने कहा कि प्रौद्योगिकीय उन्नति आधुनिक युद्धों के स्वरूप पर लगातार प्रभाव डाल रही है। उन्होंने कहा,"अंतरिक्ष, साइबर और सूचना के बढ़ते इस्तेमाल के साथ युद्ध का स्वरूप लगातार बदल रहा है। आज के युद्ध विचारों, बुद्धि और नवाचार के युद्ध हैं। इन चुनौतियों का सामना करने के लिए आपको सबसे आगे रहने के लिए तैयार रहना होगा।"
लेफ्टिनेंट जनरल कुमार ने कहा, "असल में, इन सभी क्षेत्रों को विघटनकारी प्रौद्योगिकियों के इस्तेमाल के साथ हर गुजरते दिन के साथ परिष्कृत किया जा रहा है, जिससे युद्धों की जटिलताएं बढ़ रही हैं।" उन्होंने सभी कैडेट से राष्ट्र की सेवा के लिए खुद को समर्पित करने का आह्वान करते हुए कहा, "आप सर्वाधिक विशिष्ट बलों में शामिल होने के ऐतिहासिक और शानदार क्षण से बस एक कदम दूर हैं।"
परेड की समीक्षा करने के बाद लेफ्टिनेंट जनरल कुमार ने समर स्मारक पर आईएमए के बहादुर पूर्व छात्रों को पुष्पांजलि अर्पित की। शनिवार को आईएमए से कुल 394 कैडेट अपने-अपने देश की सेनाओं में शामिल होने के लिए उत्तीर्ण हुए। इनमें से 355 भारतीय कैडेट हैं और 39 मित्र देशों से हैं।