Edited By Vandana Khosla, Updated: 25 Oct, 2024 03:57 PM
अल्मोड़ाः उत्तराखंड के विभिन्न स्थानों पर इन दिनों छात्रसंघ चुनाव चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल, राज्य सरकार द्वारा छात्रसंघ चुनाव की समय सीमा निकलने के बाद अब चुनाव न कराने के फैसले को लेकर छात्र नेताओं में भारी आक्रोश है। इसी बीच अल्मोड़ा के...
अल्मोड़ाः उत्तराखंड के विभिन्न स्थानों पर इन दिनों छात्रसंघ चुनाव चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल, राज्य सरकार द्वारा छात्रसंघ चुनाव की समय सीमा निकलने के बाद अब चुनाव न कराने के फैसले को लेकर छात्र नेताओं में भारी आक्रोश है। इसी बीच अल्मोड़ा के छात्रों में भी आक्रोश बढ़ गया है। इस दौरान छात्रों ने विरोध स्वरूप सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय में तालाबंदी की और नगर की मुख्य सड़क चौघानपाटा में जाम लगा दिया है।
दरअसल, बीती 30 सितंबर को छात्रसंघ चुनाव होने थे। लेकिन समय सीमा निकलने के बाद अब राज्य सरकार ने छात्रसंघ चुनाव नहीं कराने का निर्णय लिया है। इसके चलते अल्मोड़ा विश्वविद्यालय के छात्र नेता सरकार के खिलाफ विरोध में उतरे है। इस दौरान छात्रों ने विश्वविद्यालय में तालाबंदी कर दी है। साथ ही नगर की मुख्य सड़क चौघानपाटा में जाम लगा दिया है। इस दौरान पुलिस के साथ नोकझोंक होने पर छात्रों ने जमकर बवाल काटा। वहीं, कुछ आक्रोशित छात्रों ने प्रशासनिक भवन की छत पर चढ़ कर प्रदर्शन किया। बता दें कि इस दौरान छात्रों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसमें छात्रों का कहना है कि चुनाव कराना उनका अधिकार है और सरकार इसे रोक कर उनके लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन कर रही है।
वहीं, इस मौके पर छात्र नेता अभिनव का कहना है कि लगातार तीन दिन से छात्रसंघ चुनाव को लेकर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। इसके चलते प्रशासन का कोई भी व्यक्ति उन्हें मिलने नहीं आया। इसी के साथ ही कहा कि नैनीताल हाईकोर्ट के द्वारा उनकी मांग को पूरी तरह से निरस्त कर दिया गया है। इसके विरोध में छात्र संघों के द्वारा धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। छात्र नेता ने कहा कि जब तक सरकार हमारी मांगे पूरी नहीं करती यह धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।