Edited By Vandana Khosla, Updated: 20 Nov, 2024 03:58 PM
अल्मोड़ाः उत्तराखंड के अल्मोड़ा रानीखेत राजकीय अस्पताल में संयुक्त मजिस्ट्रेट राहुल आनन्द ने औचक निरीक्षण किया। संयुक्त मजिस्ट्रेट के अचानक अस्पताल में पहुंचते ही संचालकों सहित अन्य कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। इस दौरान संयुक्त मजिस्ट्रेट ने...
अल्मोड़ाः उत्तराखंड के अल्मोड़ा रानीखेत राजकीय अस्पताल में संयुक्त मजिस्ट्रेट राहुल आनन्द ने औचक निरीक्षण किया। संयुक्त मजिस्ट्रेट के अचानक अस्पताल में पहुंचते ही संचालकों सहित अन्य कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। इस दौरान संयुक्त मजिस्ट्रेट ने अग्निशमन अधिकारियों के साथ अग्निशमन यंत्रों को जांचा परखा। वहीं, संयुक्त मजिस्ट्रेट ने अस्पताल में अव्यवस्थाओं पर नाराजगी भी जताई। इसी के साथ ही मजिस्ट्रेट ने अस्पताल के सीएमएस (CMS) को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए है।
संयुक्त मजिस्ट्रेट अस्पताल पहुंचते ही सीएमएस डॉ0 संदीप दीक्षित के रूम में गए। लेकिन सीएमएस मौके पर नहीं मिले। इसके चलते उन्होंने उपस्थिति पंजिका चेक की पंजिका में गड़बड़ी मिलने पर सीएमएस को बुलाया और जानकारी ली। वहीं, उन्होंने अग्निशमन यंत्रों की जांच की और अग्निशमन के अधिकारियों से उपकरणों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। जिस पर अग्निशमन अधिकारी का कहना था कि एक माह पहले डीसीपी स्टिंग यूजर को बदलने के लिए कहा गया था। लेकिन ये अभी तक नहीं बदले गए हैं। इसी के साथ ही संयुक्त मजिस्ट्रेट ने अस्पताल में सफाई व्यवस्था और बायो मेडिकल वेस्ट को लेकर नाराजगी जताई है। और सीएमएस को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने नर्सिंग स्टाफ का ड्यूटी चार्ट रूम के बाहर लगाने को कहा। जिससे मरीजों को परेशानी न हो। इस दौरान मजिस्ट्रेट ने आयुष्मान केंद्र की भी जानकारी ली और दवा का स्टोर भी चेक किया।
संयुक्त मजिस्ट्रेट ने कहा कि झांसी में जो अग्निकांड हुआ है। इसी क्रम में अस्पताल में अग्निशमन उपकरणों की व्यवस्था को लेकर अस्पताल का निरीक्षण किया गया है। उन्होंने कहा कि कुछ व्यवस्थाएं ठीक मिली ,लेकिन अस्पताल में सफाई व्यवस्था सहित कई खामियां भी मिली है। जिसे लेकर सीएमएस को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं।