Edited By Vandana Khosla, Updated: 08 Jan, 2025 08:38 AM
देहरादून : वैश्विक स्तर पर तेजी से फैल रहा ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (एचएमपीवी) की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। स्वास्थ्य निदेशालय ने सभी जिलों को रोकथाम व बचाव के लिए दिशा निर्देश जारी किए हैं। सभी अस्पतालों में संक्रमित मरीजाें के...
देहरादून : वैश्विक स्तर पर तेजी से फैल रहा ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (एचएमपीवी) की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। स्वास्थ्य निदेशालय ने सभी जिलों को रोकथाम व बचाव के लिए दिशा निर्देश जारी किए हैं। सभी अस्पतालों में संक्रमित मरीजाें के लिए उपचार के लिए आइसोलेशन बेड व ऑक्सीजन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए। हालांकि, उत्तराखंड में अभी तक एचएमपीवी का कोई मामला सामने नहीं आया है। लेकिन, भारत के कुछ राज्यों कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र और बेंगलुरु में HMPV वायरस से संक्रमित मरीज मिले हैं, जिसके बाद उत्तराखंड सरकार अलर्ट हो गई है।
प्रभारी स्वास्थ्य महानिदेशक डाॅ. सुनीता टम्टा ने सभी जिलों के डीएम व सीएमओ को सभी अस्पतालों में इन्फ्लूएंजा व निमोनिया रोगियों के उपचार के लिए आइसोलेशन बेड, वार्ड, आईसीयू बेड, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन की व्यवस्था करने को कहा है। इसके अलावा सभी मेडिकल कॉलेज, जिला चिकित्सालय, संयुक्त चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दवाइयों के साथ चिकित्सा उपकरण, डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। चिकित्सालय और समुदाय स्तर पर इन्फ्लूएंजा व सर्दी खांसी, बुखार, निमोनिया से पीड़ित मरीजों को सघन निगरानी की जाएगी।
*बचाव के लिए क्या करें*
बच्चों व बुजुर्गों के साथ ही अन्य किसी गंभीर रोग से ग्रसित मरीज विशेष सावधानी बरतें, छींकते व खांसते समय नाक व मुंह को ढकने के लिए रुमाल और टिश्यू पेपर का इस्तेमाल करें, भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें, साबुन से हाथों को धोएं, सर्दी, जुकाम, बुखार के लक्षण होने पर डॉक्टरों से परामर्श लें, वायरस के लक्षण पाए जाने पर दूसरे लोगों से दूरी बनाएं।
*क्या न करें*
इस्तेमाल किए गए टिश्यू पेपर व रुमाल का दोबारा उपयोग न करें, हाथ मिलाने से परहेज करें, संक्रमित लोगों से नजदीकी संपर्क से बचें, बिना डॉक्टरों के परामर्श से कोई दवा का इस्तेमाल न करें, बार-बार आंख, नाक, व मुंह को छूने से बचें।
*क्या है HMPV का इलाज*
HMPV के लिए फिलहाल कोई विशिष्ट एंटीवायरल दवा या वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। बचाव ही एकमात्र इलाज है। इसके इलाज में लक्षणों को कम करने और सहायक चिकित्सा देखभाल का सहारा लिया जाता है।