Edited By Vandana Khosla, Updated: 03 Mar, 2025 10:19 AM

उत्तराखंडः चमोली में हिमस्खलन हादसे का शिकार हुए हाईवे चौड़ीकरण कार्य में जुटी कंपनी के डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर अरविंद ने 27 फरवरी की रात माणा गांव के ग्राम प्रधान पीतांबर मोल्फा से करीब दस मिनट तक मोबाइल पर बात की थी। उस बातचीत को याद करते हुए...
उत्तराखंडः चमोली में हिमस्खलन हादसे का शिकार हुए हाईवे चौड़ीकरण कार्य में जुटी कंपनी के डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर अरविंद ने 27 फरवरी की रात माणा गांव के ग्राम प्रधान पीतांबर मोल्फा से करीब दस मिनट तक मोबाइल पर बात की थी। उस बातचीत को याद करते हुए पीतांबर ने बताया कि अरविंद ने कहा कि प्रधान जी यहां बर्फ जम गई है। इस बार होली पर घर जाऊंगा।
ग्राम प्रधान पीतांबर ने कहा कि जब 28 फरवरी को उनको माणा में हिमस्खलन की सूचना मिली तो उन्होंने सबसे पहले अरविंद को ही फोन किया, लेकिन उनका फोन स्विच ऑफ आ रहा था। कहा कि तब तक वह बर्फ में दब चुके थे। उन्होंने बताया कि अरविंद से आखिरी बार हुई बात को वे कभी भूल नहीं पाऐंगे। जिसमें अरविंद ने कहा था कि 10 मार्च को होली पर घर जा रहा हूं। लेकिन, विधाता को कुछ और ही मंजूर था। पीतांबर मोल्फा ने बताया कि अरविंद बेहद हंसमुख और मिलनसार थे। अक्सर उनसे माणा क्षेत्र के बारे में जानकारी लेते रहते थे।
पीतांबर से मिली जानकारी के मुताबिक अरविंद गोकुल धाम, न्यू कॉलोनी, क्लेमेंट टाउन देहरादून निवासी थे। माणा से माणा पास हाईवे के चौड़ीकरण कार्य के कारण वह सुबह करीब नौ बजे सीमा क्षेत्र में जाते थे और शाम को बेस कैंप माणा पहुंच जाते थे।