Edited By Vandana Khosla, Updated: 23 Aug, 2025 04:27 PM

चमोलीः उत्तराखंड के चमोली जिले के थराली में अतिवृष्टि के कारण बरसाती नाले टूनरी गधेरे में आई बाढ़ से तहसील कार्यालय समेत आसपास के क्षेत्रों के बाजारों और मकानों में मलबा भर गया। जिससे एक युवती की मौत हो गई और एक अन्य व्यक्ति लापता हो गया। राज्य...
चमोलीः उत्तराखंड के चमोली जिले के थराली में अतिवृष्टि के कारण बरसाती नाले टूनरी गधेरे में आई बाढ़ से तहसील कार्यालय समेत आसपास के क्षेत्रों के बाजारों और मकानों में मलबा भर गया। जिससे एक युवती की मौत हो गई और एक अन्य व्यक्ति लापता हो गया। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से शनिवार को यह जानकारी मिली। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर दुख जताया है।

केंद्र के अनुसार घटना शुक्रवार मध्यरात्रि के बाद करीब एक बजे उस समय की है जब अतिवृष्टि के कारण बरसाती नाला उफान पर आ गया। जिससे थराली के तहसील परिसर, चेपड़ों बाजार, कोटदीप बाजार तथा आसपास के क्षेत्रों के कई मकानों में एक से दो फुट तक मलबा भर गया। इसके अनुसार सागवाड़ा गांव में एक मकान में मलबा आने के कारण उसके नीचे दबकर एक युवती की मौत हो गई। जिसका शव बरामद कर लिया गया है। इसके अलावा, पास में स्थित चेपड़ों बाजार में एक व्यक्ति के लापता होने की सूचना है जिसकी तलाश की जा रही है। मलबे में कुछ वाहन भी दब गए हैं जबकि एसडीएम आवास भी क्षतिग्रस्त हो गया।

चमोली जिला आपदा प्रबंधन केंद्र के अनुसार, थराली को जोड़ने वाला कर्णप्रयाग–ग्वालदम राष्ट्रीय राजमार्ग, मिंग गधेरे के पास मलबा आने से बंद हो गया है। इसके अलावा, थराली–सागवाड़ा मोटर मार्ग तथा डूंगरी मोटर मार्ग भी अवरुद्ध हो गए हैं। आपदा प्रबंधन केंद्र के अनुसार चमोली जिला प्रशासन, पुलिस, जिला आपदा प्रबंधन दल, अग्निशमन सेवा, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ), भारत तिब्बत सीमा पुलिस सहित कई एजेंसियां मौके पर राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी हैं।

चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी स्वयं घटनास्थल पर मौजूद रहकर राहत एवं बचाव कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है। इस बीच, कुलसारी में सतलुज जल विद्युत निगम के विश्राम गृह एवं कार्यालय तथा देवाल में गढ़वाल मंडल विकास निगम के भवन के तत्काल प्रभाव से अधिग्रहण के आदेश जारी कर दिए गए हैं जिनका उपयोग अस्थायी रूप से तहसील कार्यालय का कामकाज करने तथा प्रभावितों के राहत शिविर स्थापित करने के लिए किया जाएगा।
