Edited By Vandana Khosla, Updated: 07 Oct, 2024 11:03 AM
हरिद्वारः शारदीय नवरात्र पूरे देश में बड़े धूमधाम से मनाई जा रही है लेकिन गुजरात में नवरात्रि के गरबा की एक अलग ही धूम देखने को मिलती है। बता दें कि यह धूम इन दिनों गुजरात से करीब 1200 किमी दूर धर्मनगरी हरिद्वार के मायापुर नेशनल हाइवे स्थित श्याम...
हरिद्वारः शारदीय नवरात्र पूरे देश में बड़े धूमधाम से मनाई जा रही है लेकिन गुजरात में नवरात्रि के गरबा की एक अलग ही धूम देखने को मिलती है। बता दें कि यह धूम इन दिनों गुजरात से करीब 1200 किमी दूर धर्मनगरी हरिद्वार के मायापुर नेशनल हाइवे स्थित श्याम सुंदर भवन के हॉल में भी देखने को मिल रही है। नवरात्रि में गरबा की धूम मची हुई है। हरिद्वार में इन पांच स्थानों पर गरबा का आयोजन किया जा रहा है। इसमें मुख्य आयोजन श्याम सुंदर भवन में संपन्न हो रहा है। इसके अलावा शिवालिक नगर में शिव मंदिर ,गुजराती धर्मशाला हरिद्वार, कच्छी आश्रम इनके अलावा हरिपुर स्थित उमिया धाम में शेरी गरबा के आयोजन हो रहे है।
हरिद्वार में गुजराती संस्कृति की धूम
धर्मनगरी हरिद्वार जो कि माता शक्ति की पहली शक्तिपीठ वाली नगरी है। यहां इन दिनों माता की अद्भुत भक्ति देखने को मिल रही है। गुजरात के पारंपरिक परिधानों में गरबा गुजराती नर-नारी आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। हरिद्वार के ये गुजराती परिवार पिछले 19 वर्षों से प्रतिवर्ष नवरात्रि के दौरान विशेष गरबा व डांडिया का आयोजन करता है। इसमें धर्मनगरी हरिद्वार में गुजराती संस्कृति के अनुरूप नवरात्र महोत्सव का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष भी हरिद्वार गुज्जु परिवार को गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल जी ने पत्र लिखकर प्रोत्साहित किया है।
इस तरह किया जाता है गरबा
गरबा गुजरात में प्रचलित एक लोकनृत्य है। आजकल इसे पूरे देश में आधुनिक नृत्य कला में स्थान प्राप्त हो गया है। इस रूप में उसका कुछ परिष्कार हुआ है फिर भी उसका लोकनृत्य का तत्व अक्षुण्ण है। आरंभ में देवी के निकट सछिद्र घट में दीप ले जाने के क्रम में यह नृत्य होता था। इस प्रकार यह घट दीप गर्भ कहलाता था। वर्णलोप से यही शब्द गरबा बन गया। आजकल गुजरात में नवरात्रों के दिनों में लड़कियां कच्चे मिट्टी के सछिद्र घड़े को फूल पत्तियों से सजाकर उसके चारों ओर नृत्य करती हैं।