Edited By Harman, Updated: 12 Jan, 2025 01:24 PM
राजधानी देहरादून में आज पहला अंतरराष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन का आयोजन हो रहा है। 17 देशों में रहने वाले प्रवासी उत्तराखंडी इस सम्मेलन में शामिल होने के लिए देहरादून पहुंचे। विदेश मे विभिन्न छेत्रो मे छाप छोड़ने वाले प्रवासियो का उत्तराखंड...
देहरादून: राजधानी देहरादून में आज पहला अंतरराष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन का आयोजन हो रहा है।17 देशों में रहने वाले प्रवासी उत्तराखंडी इस सम्मेलन में शामिल होने के लिए देहरादून पहुंचे। विदेश मे विभिन्न क्षेत्रों में छाप छोड़ने वाले प्रवासियो का उत्तराखंड पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे।
सम्मेलन में 17 देशों के प्रवासी उत्तराखंडी शामिल होंगे
मिली जानकारी के मुताबिक, इस सम्मेलन में उत्तराखंड में निवेश की संभावनाओं, विशेषकर आतिथ्य, कल्याण और कौशल विकास क्षेत्रों पर चार अलग-अलग सत्रों में पैनल चर्चाएं आयोजित की जाएंगी। सम्मेलन में विदेश में रोजगार और उच्च शिक्षा के साथ-साथ उद्यान जड़ी-बूटियों में निवेश की संभावनाओं पर भी चर्चा की जाएगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा विदेशों में रहने वाले उत्तराखंड के प्रवासी हर क्षेत्र में नाम कमा रहे हैं। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा उद्यमिता के क्षेत्र में उनके पास व्यापक अनुभव है। सीएम धामी ने कहा कि सरकार चाहती है कि प्रवासी अपने अनुभव का इस्तेमाल अपने राज्य और गांव के विकास में करें। इसके लिए सरकार उन्हें हर संभव मदद देने को तैयार है। बता दें कि सम्मेलन में प्रवासी उत्तराखंडियों की भागीदारी 17 देशों से होगी। यूएई, जापान, सिंगापुर,न्यूजीलैंड,कनाडा,चीन, यूनाइटेड किंगडम, इंडोनेशिया, अमेरिका, वियतनाम, ओमान, जर्मनी, आयरलैंड, मलेशिया, नाइजीरिया और थाइलैंड से प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन में शामिल होंगे।
सम्मेलन की तैयारियों को लेकर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने दिए निर्देश
गौरतलब है कि सम्मेलन की तैयारियों को लेकर सचिवालय में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने आयोजन के दौरान राज्य की लोक संस्कृति, खानपान, स्थानीय हस्तशिल्प और उत्पादों की प्रदर्शनी लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने आयोजन स्थल और शहर की स्वच्छता, पार्किंग व्यवस्था, विदेशी प्रतिनिधियों के स्वागत-सत्कार के लिए संपर्क अधिकारियों की नियुक्ति, परिवहन, प्रोटोकॉल, और यातायात की सुचारू व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा।