Edited By Vandana Khosla, Updated: 31 Dec, 2025 05:00 PM

हल्द्वानीः उत्तराखंड के मैदानी इलाकों हल्द्वानी, रामनगर सहित अन्य इलाकों में बुधवार सुबह से ही कड़ाके की ठंड और शीतलहर का असर साफ तौर पर देखने को मिला। मौसम विभाग ने मैदानी क्षेत्रों में शीतलहर के प्रकोप को लेकर जो पूर्वानुमान जारी किया गया था, वह...
हल्द्वानीः उत्तराखंड के मैदानी इलाकों हल्द्वानी, रामनगर सहित अन्य इलाकों में बुधवार सुबह से ही कड़ाके की ठंड और शीतलहर का असर साफ तौर पर देखने को मिला। मौसम विभाग ने मैदानी क्षेत्रों में शीतलहर के प्रकोप को लेकर जो पूर्वानुमान जारी किया गया था, वह पूरी तरह सटीक साबित हुआ।
राज्य के हल्द्वानी, रामनगर, कालाढुंगी, बैलपड़ाव, पीरूमदारा, लालकुआं, ढिकुली आदि सहित आसपास के क्षेत्रों में ठंड इतनी अधिक रही कि पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय लोगों और राहगीरों को अलाव का सहारा लेना पड़ा। कॉर्बेट नगरी रामनगर और हल्द्वानी में शीतलहर का असर सबसे ज्यादा देखने को मिला, जहां सुबह से ही सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। ठंड से बचने के लिए लोग दुकानों, चौराहों और बस स्टॉप पर जल रहे अलावों के पास खड़े नजर आए। नगर पालिका प्रशासन द्वारा कई प्रमुख स्थानों पर अलाव जलाए गए, वहीं कुछ समाजसेवियों और स्थानीय लोगों ने भी स्वयं आगे बढ़कर राहगीरों के लिए अलाव की व्यवस्था की।
अलाव के पास ठिठुरते राहगीर कुछ देर रुककर अपने हाथ सेंकते दिखाई दिए और राहत महसूस करने के बाद फिर अपने गंतव्य की ओर रवाना हुए। खासतौर पर सुबह और देर शाम के समय शीतलहर का असर अधिक है, जिससे बुजुर्गों, बच्चों और यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी शीतलहर बने रहने का अनुमान जताया है। ऐसे में प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने, गर्म कपड़े पहनने और अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचने की अपील की है।