Edited By Vandana Khosla, Updated: 28 Nov, 2024 04:21 PM
चमोलीः भारतीय वायु सेना समय-समय पर एडवेंचर गतिविधियां करती रहती है। इसी बीच एयरफोर्स हेडक्वार्टर एडवेंचर सेल दिल्ली के तत्वाधान में आज यानी गुरुवार को चमोली अलकनंदा नदी घाट से ऋषिकेश के लिए 14 वायु सैनिक एवं 2 गाइडों का एक दल एक्सपीडिशन के लिए रवाना...
चमोलीः भारतीय वायु सेना समय-समय पर एडवेंचर गतिविधियां करती रहती है। इसी बीच एयरफोर्स हेडक्वार्टर एडवेंचर सेल दिल्ली के तत्वाधान में आज यानी गुरुवार को चमोली अलकनंदा नदी घाट से ऋषिकेश के लिए 14 वायु सैनिक एवं 2 गाइडों का एक दल एक्सपीडिशन के लिए रवाना हुआ है। बता दें कि यह दल 3 दिसंबर को ऋषिकेश पहुंचेगा। साथ ही व्हाइट वाटर राफ्टिंग के लिए गंगा नदी सबसे चुनौतीपूर्ण नदियों में से एक मानी जाती है।
"इन गतिविधियों से युवा सेना में आने के लिए होंगे प्रेरित"
विंग कमांडर विजय भट्ट ने बताया कि वायु सेना द्वारा इस तरह के कार्यक्रम समय समय पर कराए जाते हैं। वायु सैनिकों को एडवेंचर गतिविधियों का प्रशिक्षण दिया जाता है। उन्होंने कहा कि इन गतिविधियों के माध्यम से युवा सेना में आने के लिए प्रेरित होंगे। इसी के साथ ही स्थानीय पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बताया कि इससे पहले वायु सेना द्वारा लेह में और गंगा नदी में एक्सपीडीशन किए गए हैं।
"प्रतिदिन 25 किलोमीटर के हिसाब से बनाए गए हैं सैक्शन"
वहीं, इस मौके पर गाईड विवेक नेगी ने बताया कि चमोली घाट से एक्सपीडिशन प्रारम्भ हो रहा है। जिसमें वायु सैनिकों को व्हाइट वॉटर रिवर राफ्टिंग में रेस्क्यू, पैड लिंग, दूसरों को सुरक्षित करने आदि गतिविधियों के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन 25 किलोमीटर के हिसाब से सैक्शन बनाए गए हैं। एक्सपीडिशन से स्थानीय नौजवान मोटीवेट होंगे और अपने स्थानीय स्तर पर रोजगार प्राप्त कर सकेंगे।