Edited By Vandana Khosla, Updated: 09 Dec, 2024 12:22 PM
ऋषिकेशः चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान स्वर्गाश्रम स्थित परमार्थ निकेतन आश्रम रविवार को पहुंचे। जहां उन्होंने परमार्थ गंगा आरती में प्रतिभाग कर देश के प्रथम सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी धर्मपत्नी मधुलिका रावत को...
ऋषिकेशः चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान स्वर्गाश्रम स्थित परमार्थ निकेतन आश्रम रविवार को पहुंचे। जहां उन्होंने परमार्थ गंगा आरती में प्रतिभाग कर देश के प्रथम सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी धर्मपत्नी मधुलिका रावत को श्रद्धांजलि अर्पित की। सीडीएस ने कहा कि जनरल बिपिन रावत का बलिदान देश के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा।
सीडीएस अनिल चौहान ने युवाओं से देशभक्ति और सामाजिक जिम्मेदारी का पालन करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि युवाओं के पास भारत के भविष्य को आकार देने की शक्ति है। वह इसे नैतिकता, ईमानदारी और साहस के साथ पूरा कर सकते हैं। युवाओं में देशभक्ति का भाव जगाना और उन्हें राष्ट्रहित के लिए प्रेरित करना समय की मांग है। उन्होंने कहा कि मां गंगा का पावन तट एक दिव्य आध्यात्मिक केंद्र है। गंगा सिर्फ एक नदी नहीं है, यह हमारी संस्कृति, सभ्यता और राष्ट्र की आत्मा का प्रतीक है। हमारी सेना का प्रत्येक जवान भी मां गंगा की तरह ही मां भारती की सेवा में समर्पित है।
वहीं, इस मौके पर स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि संत और सैनिक दोनों ही समाज की अनमोल धरोहर हैं। संत हमारी संस्कृति की रक्षा करते हैं और सैनिक देश की सीमाओं की सुरक्षा करते हैं। जहां संत अपनी आध्यात्मिकता, धर्म और संस्कृति के माध्यम से समाज को सही दिशा प्रदान करते हैं। वहीं, सैनिक दिन-रात देश की सीमाओं पर अपनी जान जोखिम में डालकर देशवासियों को सुरक्षित रखते हैं। इस अवसर पर स्वामी चिदानंद ने सीडीएस अनिल चौहान को रुद्राक्ष का पौधा भेंट कर पूरी भारतीय सेना का अभिनंदन भी किया।