Edited By Ramanjot, Updated: 15 Dec, 2024 02:21 PM

38th National Games: दरअसल, 38 वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी उत्तराखंड को करीब आठ वर्ष पहले मिल गई थी। तब इसका शुंभकर प्रतीक और लोगो जारी किया गया था। इन खेलों के लिए उत्तराखंड के राज्य पक्षी मोनाल को शुभंकर प्रतीक बनाया गया था। मगर लंबे विमर्श के...
38th National Games: उत्तराखंड में 38 वें राष्ट्रीय खेलों की तैयारी तेज हो गई है और राष्ट्रीय खेलों का शुभंकर प्रतीक ‘मौली' (मोनाल पक्षी) नए अवतार में नजर आएगा। यह खिलाड़ियों के नजरिए से ज्यादा आकर्षक और प्रेरक होगा। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रीय खेल के लोगो को भी नए सिरे से डिजाइन किया गया है। जर्सी, टार्च, एंथम सभी में उत्तराखंड की छाप नजर आएगी।
दरअसल, 38 वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी उत्तराखंड को करीब आठ वर्ष पहले मिल गई थी। तब इसका शुंभकर प्रतीक और लोगो जारी किया गया था। इन खेलों के लिए उत्तराखंड के राज्य पक्षी मोनाल को शुभंकर प्रतीक बनाया गया था। मगर लंबे विमर्श के बाद यह महसूस किया गया कि शुभंकर प्रतीक को और आकर्षक बनाने की आवश्यकता है ताकि शुंभकर प्रतीक खिलाड़ियों से ज्यादा कनेक्ट कर पाए। अब इन खेलों का शुंभकर प्रतीक मौली के रूप में सामने आ रहा है। इसी तरह, लोगो को भी नए सिरे से डिजाइन किया गया है। मकसद ये ही है कि नई स्थितियों के अनुरूप ये ज्यादा आकर्षक नजर आएं।
तेजी से चल रही है राष्ट्रीय खेलों की तैयारी
राष्ट्रीय खेल सचिवालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमित सिन्हा के अनुसार-राष्ट्रीय खेलों की तैयारी तेजी से चल रही है। हम बेहतर आयोजन के लिए प्रतिबद्ध हैं। अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रशांत आर्य के मुताबिक-बेहतर व्यवस्था बनाने के लिए जिस तरह की भी आवश्यकता है, उसके इंतजाम किए जा रहे हैं। राष्ट्रीय खेलों के लिहाज से रविवार यानी 15 दिसंबर का दिन काफी खास होने जा रहा है। रविवार को खेलों के शुभंकर प्रतीक, लोगो, टार्च, एंथम जर्सी लांच होंगे। मुख्यमंत्री धामी लांचिंग कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे, जबकि केंद्रीय खेल राज्य मंत्री रक्षा खडसे और भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी ऊषा की खास उपस्थिति होगी। मशाल में गंगा, ब्रहमकमल के दिखेंगे चिन्ह: राष्ट्रीय खेलों की मशाल में सदानीरा गंगा, राज्य पुष्प ब्रहमकमल के चिन्ह दिखाई देंगे। इसे इसी हिसाब से डिजायन किया गया है। इसके अलावा, उत्तराखंडी लोक कला एपण के भी दर्शन प्रचार सामग्री से लेकर अन्य जगहों पर प्रभावी ढंग से होंगे।
छह टन स्क्रैप से बना टाइगर खीचेंगा ध्यान
महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज परिसर में राष्ट्रीय खेलों की तैयारी के बीच छह टन स्क्रैप से बना टाइगर भी अपनी ओर सभी का ध्यान खीचेंगा। यह पूरी तरह से स्क्रैप से तैयार किया गया है, जिसे बनाने में करीब 20 दिन लगे हैं। धामी ने कहा कि 38 वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन हमारे लिए सौभाग्य की बात है। उत्तराखंड के रजत जयंती वर्ष में खेलों के इतने बडे़ आयोजन की मेजबानी के लिए हम उत्साहित है। इसके लिए हमारी पूरी तैयारी है। सभी के सहयोग से भव्य और बेहतर इंतजाम किए जाएंगे।