Edited By Vandana Khosla, Updated: 12 Dec, 2025 12:42 PM

ऋषिकेशः मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर पुलिस ने ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के कर्मचारी सिद्धांत शर्मा के खिलाफ एक व्यक्ति को नौकरी दिलाने का झांसा देकर साढ़े पांच लाख रुपये से अधिक की ठगी करने के आरोप में मुकदमा...
ऋषिकेशः मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर पुलिस ने ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के कर्मचारी सिद्धांत शर्मा के खिलाफ एक व्यक्ति को नौकरी दिलाने का झांसा देकर साढ़े पांच लाख रुपये से अधिक की ठगी करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
ऋषिकेश कोतवाली के वरिष्ठ उपनिरीक्षक भगत सिंह रावत ने बताया कि यह मुकदमा इस सप्ताह ऋषिकेश निवासी सागर चौधरी की शिकायत पर दर्ज किया गया है। जिसमें आरोप लगाया गया कि ऋषिकेश स्थित एम्स में कनिष्ठ प्रशासनिक सहायक के पद पर कार्यरत शर्मा ने उनसे इस संस्थान में नौकरी दिलाने का वादा किया और इसके एवज में 5.59 लाख हजार रुपये भी लिये।
शिकायत के अनुसार, चौधरी ‘इंट्राम्यूरल रिसर्च प्रोजेक्ट' की जानकारी लेने एम्स गए थे, जहां उनकी शर्मा से मुलाकात हुई। इसमें कहा गया कि बातचीत के दौरान शर्मा ने उन्हें नौकरी दिलाने की बात कही और धनराशि ले ली। बाद में आरोपी ने दो लाख रुपये चौधरी को वापस भी कर दिए, लेकिन नौकरी नहीं मिली। काफी समय बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई न होने पर चौधरी ने एम्स के अधिकारियों से लेकर पुलिस तक शिकायत की, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री धामी से न्याय की गुहार लगाई। मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने शर्मा के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। ऋषिकेश स्थित एम्स के जनसंपर्क अधिकारी संदीप कुमार ने कहा कि सिद्धांत शर्मा पर ठगी के आरोप पहले भी लगे हैं। सभी आरोपों की जांच पूरी कर रिपोर्ट सक्षम प्राधिकारी को दे दी गई है और मामले में पीठासीन अधिकारी भी नियुक्त किया जा चुका है। कुमार के अनुसार, शर्मा के विरुद्ध कार्रवाई अंतिम चरण में है और उनकी सेवाएं समाप्त भी की जा सकती हैं।