Edited By Vandana Khosla, Updated: 18 Oct, 2024 04:23 PM
अल्मोड़ाः उत्तराखंड के अल्मोड़ा नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में गुलदार की दस्तक से आमजन में दहशत का माहौल बना हुआ है। दरअसल,जनपद के चीनाखान में पिछले कई समय से गुलदार का आतंक बना हुआ था। ऐसे में स्थानीय लोग दहशत के साए में जीने को मजबूर हो चुके थे। वही,...
अल्मोड़ाः उत्तराखंड के अल्मोड़ा नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में गुलदार की दस्तक से आमजन में दहशत का माहौल बना हुआ है। दरअसल,जनपद के चीनाखान में पिछले कई समय से गुलदार का आतंक बना हुआ था। ऐसे में स्थानीय लोग दहशत के साए में जीने को मजबूर हो चुके थे। वही, दूसरा मामला अल्मोड़ा तहसील के शील गांव का था। जहां गुलदार की दस्तक की सूचना वन विभाग को दी गई थी। इसके चलते वन विभाग द्वारा दोनों स्थानों पर गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया गया था। इसी बीच दोनों खूंखार तेंदुए पिंजरे में फंस गए है। वहीं इस मामले की सूचना मिलते ही लोगों ने राहत की सांस ली है।
प्राप्त सूचना के मुताबिक अल्मोड़ा के चीनाखान में वन विभाग द्वारा लगाए पिंजरे में खूंखार तेंदुआ कैद हो चुका है। दरअसल, पिछले कई समय से क्षेत्र के लोग तेंदुए की दहशत के बीच भारी दिक्कतों का सामना कर रहे थे। इस दौरान लोग रात को घर से निकलने में असुरक्षित महसूस करते थे। वहीं सुबह के समय उनके बच्चों के स्कूल आदि जाने पर तेंदुए का खतरा मंडरा रहा था। ऐसे में लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर वन विभाग ने इलाके में पिंजरा लगा दिया था। इस के चलते वन विभाग को सफलता मिल चुकी है। वही, दूसरा मामला अल्मोड़ा तहसील के शील गांव से सामने आया है। जहां गांव में एक और गुलदार को पिंजरे में कैद करने में सफलता मिली है। वन विभाग की टीम ने इस गुलदार को भी रेस्क्यू कर सेंटर में पहुंचा दिया है। बताया गया कि दोनों गुलदार नर हैं और उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद सुरक्षित जंगल में छोड़ने की योजना है। साथ ही वन विभाग की इस कार्रवाई से स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है।
वहीं रेंजर अधिकारी ने कहा कि अल्मोड़ा शहर में गुलदारों के आतंक की लगातार शिकायत मिल रही थी। वहीं लोगों की इस शिकायत के आधार पर गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया गया था। जिसमें वन विभाग को चीनाखान इलाके और शील गांव से गुलदार को पकड़ने में सफलता मिल गई है। वहीं इस मामले में स्थानीय निवासी का कहना है कि क्षेत्र में 3 गुलदार लगातार दिखाई दे रहे है। ऐसे में अभी विभाग को और पिंजरे लगाने चाहिए ताकि शेष गुलदारों को भी पकड़ा जाए। साथ ही विभाग द्वारा गुलदारों के रेस्क्यू करने पर उन्होंने आभार व्यक्त किया है।