Edited By Vandana Khosla, Updated: 15 Nov, 2024 02:44 PM
देहरादूनः उत्तराखंड के पर्यटकों के लिए पांच महीने के बाद आज यानी 15 नवंबर को राजाजी टाइगर रिजर्व के गेट खोल दिए गए है। गौरतलब 15 जून को मानसून सीजन के कारण पांच महीने के लिए राजाजी टाइगर रिजर्व के गेट पर्यटकों के लिए बंद किए गए थे। वहीं, इस लंबे समय...
देहरादूनः उत्तराखंड के पर्यटकों के लिए पांच महीने के बाद आज यानी 15 नवंबर को राजाजी टाइगर रिजर्व के गेट खोल दिए गए है। गौरतलब 15 जून को मानसून सीजन के कारण पांच महीने के लिए राजाजी टाइगर रिजर्व के गेट पर्यटकों के लिए बंद किए गए थे। वहीं, इस लंबे समय के इंतजार के बाद एक बार फिर से राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क के गेट खुलने पर पर्यटक वन्य जीवों का दीदार कर सकते हैं। वहीं, इस मौके पर वन्य कर्मियों ने तिलक लगाकर लोगों का स्वागत किया।
निदेशक कोको रोसे ने विधिवत पूजा के पश्चात खोले पार्क के गेट
दरअसल, प्रत्येक वर्ष मानसून सीजन में राजाजी टाईगर रिजर्व पार्क पर्यटकों के सुरक्षा की दृष्टि से लिए बंद कर दिया जाता है। इसी बीच आज यानी शुक्रवार से पर्यटक टाइगर रिजर्व के चीला, मोतीचूर, रानीपुर, मोहंड ओर आशारोड़ी रेंज के पर्यटक गेटों से प्रवेश कर वन्यजीवों का दीदार कर सकते हैं। वहीं, इस मौके पर चीला रेंज पहुंचे निदेशक राजाजी टाइगर रिज़र्व कोको रोसे ने विधिवत रूप से पूजा अर्चना के पश्चात पार्क के गेट खोले। इसी के साथ ही निदेशक कोको रोसे ने इस सीजन में राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क में आने और प्रकृति का आनंद लेने की सैलानियों से अपील की है। उन्होंने ने कहा कि जंगल मे नए ट्रैक भी खोलने पर विचार किया जाएगा। जिससे पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सके। लेकिन फिलहाल शॉर्ट्स रुट खोलने पर विचार चल रहा है, जिसको पुराने रूट्स के साथ जोड़ने का कार्य किया जाएगा।
लगभग 820 वर्ग किमी में फैला है राजा जी टाइगर रिज़र्व
बता दें कि राजा जी टाइगर रिज़र्व प्रत्येक वर्ष 15 जून को बंद कर दिया जाता है और 15 नवंबर को सैलानियों के लिए खोल दिया जाता है। इसकी स्थापना 1983 में हुई थी और यह लगभग 820 वर्ग किलोमीटर में फैला है। इसके अतिरिक्त पार्क में टाइगर ,गुलदार ,तेंदुआ,हाथी हिरण ,बारह सिंघे ,लकड़ बग्गे और सांबर जैसे जानवर देखे जा सकते है।