Edited By Ramanjot, Updated: 22 Dec, 2024 12:09 PM
रैली संयोजक भुवन चंद्र जोशी ने कहा कि उत्तराखंड में 25 सालों में प्रदेश सरकार सशक्त भू-कानून और मूल निवास की व्यवस्था नहीं कर पाई। सरकार ने ऐसे प्रावधान ने किए हैं कि एक साल में बाहरी व्यक्ति भी प्रदेश का मूल निवासी बन जा रहा है जिससे उत्तराखंड के...
नैनीताल: उत्तराखंड में सख्त भू-कानून और मूल निवास के मुद्दे को लेकर उत्तराखंड क्रांति दल (UKD) ने तांडव रैली का आयोजन किया। इसमें भगवान शिव का तांडव नृत्य आकर्षण का केंद्र रहा। रैली में कुमाऊं के विभिन्न हिस्सों से सैकड़ों समर्थकों ने भाग लिया। कुसुमखेड़ा से शुरू तांडव रैली कुमाऊं आयुक्त के कार्यालय तक निकाली गई। इस दौरान बड़ी संख्या में मातृशक्ति मौजूद रही।
रैली संयोजक भुवन चंद्र जोशी ने कहा कि उत्तराखंड में 25 सालों में प्रदेश सरकार सशक्त भू-कानून और मूल निवास की व्यवस्था नहीं कर पाई। सरकार ने ऐसे प्रावधान ने किए हैं कि एक साल में बाहरी व्यक्ति भी प्रदेश का मूल निवासी बन जा रहा है जिससे उत्तराखंड के मूल निवासियों का हक छीना जा रहा है। उन्होंने मांग की कि उत्तराखंड में 1950 से पहले से रहने वाले निवासियों को ही मूल निवासी माना जाए। अन्य वक्ताओं ने कहा कि उत्तराखंड में हिमाचल की तर्ज पर सशक्त भू कानून लागू होना चाहिए। बाहरी लोगों की जमीन खरीद पर रोक लगनी चाहिए। उत्तराखंड में तृतीय और चतुर्थ श्रेणियों के पदों को उत्तराखंड के मूल निवासियों से ही भरा जाना चाहिए।
नेताओं ने आरोप लगाया कि उत्तराखंड की वर्तमान स्थिति है उसके लिए कांग्रेस और भाजपा सरकार जिम्मेदार है। अंत में कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत को ज्ञापन सौंपा गया। इस मौके पर पार्टी के वरिष्ठ नेता भुवन जोशी, एडवोकेट मोहन कांडपाल, शिव सिंह रावत, रवि वाल्मीकि, उत्तम बिष्ट, मनोज सिंह नेगी, इंद्र सिंह मनराल, एनडी तिवारी, दिनेश नौटियाल, सुरेश जोशी, मदन सिंह मेर, एडवोकेट प्रकाश जोशी, समेत अन्य लोग भी शामिल रहे।