Edited By Vandana Khosla, Updated: 02 Dec, 2024 10:37 AM
देहरादूनः उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में 50वें खलंगा मेले का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने खलंगा मेला आयोजन समिति को 5 लाख देने की घोषणा की। वहीं, इस मौके पर धामी ने कहा कि यह ऐतिहासिक मेला वीर भूमि उत्तराखंड के...
देहरादूनः उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में 50वें खलंगा मेले का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने खलंगा मेला आयोजन समिति को 5 लाख देने की घोषणा की। वहीं, इस मौके पर धामी ने कहा कि यह ऐतिहासिक मेला वीर भूमि उत्तराखंड के उन अमर बलिदानियों की गाथा को संजोने और याद करने का अनमोल अवसर है, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व अर्पित कर दिया। इस अवसर पर '50वां खलंगा मेला स्मारिका' का विमोचन भी किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि खलंगा का इतिहास केवल हमारे वीर योद्धाओं के अदम्य साहस और बलिदान का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह उत्तराखंड की गौरवशाली संस्कृति और विरासत को भी दर्शाता है। धामी ने कहा कि यह मेला हमें अपनी ऐतिहासिक जड़ों से जुड़ने और नई पीढ़ी को अपनी समृद्ध परंपराओं से अवगत कराने का माध्यम प्रदान करता है। सीएम ने कहा कि खलंगा की वीर भूमि में वर्ष 1814 के एंग्लो-गोरखा युद्ध में सेनानायक कुंवर बलभद्र थापा और उनके वीर सैनिकों ने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी। इस युद्ध में हमारे वीर सैनिकों ने ब्रिटिश सैनिकों की विशाल सेना का सामना करते हुए अपनी वीरता और रणनीतिक कौशल से ब्रिटिश सेना को खदेड़ दिया था।
बता दें कि मेले में कलाकारों ने गोरखाली नृत्य की सुंदर प्रस्तुति देकर सभी का मन मोह लिया। साथ ही लोकप्रिय नौमती बाजा की प्रस्तुति से समा बांधा। इस दौरान समिति के अध्यक्ष कर्नल विक्रम सिंह थापा, विधायक उमेश शर्मा काऊ, कुलदीप बुटोला, विश्वास डाबर, उपाध्यक्ष बीनू गुरूंग, गीता थापा, पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट, कर्नल सीबी थापा आदि मौजूद रहे।