Edited By Vandana Khosla, Updated: 14 Sep, 2024 01:00 PM
ऊधम सिंह नगर: यूपी के बाद अब उत्तराखंड में भी सरकारी जमीनों पर कब्जे धारियों से मुक्त कराने की मुहिम तेज कर दी गई है। इस मुहिम के चलते ऊधम सिंह नगर के किच्छा में 70 एकड़ भूमि को कब्ज़ा धारियों से मुक्त कराने में सफलता हासिल की गई है। वहीं कब्ज़ा हटाने...
ऊधम सिंह नगर: यूपी के बाद अब उत्तराखंड में भी सरकारी जमीनों पर कब्जे धारियों से मुक्त कराने की मुहिम तेज कर दी गई है। इस मुहिम के चलते ऊधम सिंह नगर के किच्छा में 70 एकड़ भूमि को कब्ज़ा धारियों से मुक्त कराने में सफलता हासिल की गई है। वहीं कब्ज़ा हटाने के दौरान भारी पुलिस फ़ोर्स मौजूद रही। इसमें निर्माण किए गए भवन को बुलडोज़र से ध्वस्त कर दिया। प्रशासन को सरकारी जमीन मुक्त कराने में लगभग 27 वर्ष का समय लगा।
जानकारी के अनुसार उधम सिंह नगर किच्छा के प्रशासन एसडीएम कौस्तुभ मिश्र के नेतृत्व में बीते गुरूवार की देर शाम ग्राम धाधा फार्म की 70 एकड़ सरकारी भूमि पर कब्जा प्राप्त किया है। इस दौरान प्रशासन की कार्रवाई से मौके पर हड़कंप मच गया। वहीं टीम ने भूमि की नपाई कर अपने कब्जे में लिया है। गौरतलब,वर्ष 1994 में चकबंदी अधिकारी ने धाधा फार्म में 58 एकड़ बंजर एवं नदी की भूमि को खातेदारों के नाम दर्ज कर भूमिधरी का अधिकार दे दिया था। वहीं वर्ष 1997 में बंदोबस्त अधिकारी ने पूर्व के आदेश को निरस्त कर दिया था। इसके बाद यह मामला विभिन्न न्यायालय में विचाराधीन चल रहा था। बीते गुरुवार को न्यायालय अपर जिलाधिकारी के आदेश के आने के बाद एसडीएम कौस्तुभ मिश्रा की अगुवाई में राजस्व, चकबंदी और पुलिस टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंचकर 70 एकड़ भूमि पर कब्जा ले लिया।
बता दें कि इस दौरान मौके पर पुलिस प्रशासन की टीम के साथ चौकी प्रभारी धीरेंद्र कुमार पंत,तहसीलदार गिरीश त्रिपाठी, सहायक चकबंदी अधिकारी संदीप कुमार सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा। एसडीएम ने कहा कि खुर्द-बुर्द की गई सरकारी भूमि को कब्जा मुक्त कराने की कार्रवाई की गई है। वहीं आगे कहा कि किच्छा में अन्य भी ऐसी भूमि पर कार्रवाई कर कब्जे में ली जाएगी।