Edited By Harman, Updated: 12 Jan, 2025 11:34 AM
वहीं वित्त विभाग ने वित्तीय वर्ष में बजट खर्च को लेकर सभी विभागों की समीक्षा शुरू कर दी है। साथ ही प्रदेश वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने फरमान जारी कर दिया है कि जो विभाग पूंजीगत विकास कार्यों में अपना बजट का शेयर अच्छे से खर्च नहीं कर रहा है,...
देहरादून: उत्तराखंड सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 89,230 करोड़ रुपये का बजट पास किया गया था। इसमें से 15,854 करोड़ रुपये पूंजीगत विकास कार्यों के लिए आवंटित किए गए थे, लेकिन अब तक सिर्फ 6,217 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं, जो कुल बजट का केवल 41.85 प्रतिशत है। वहीं वित्त विभाग ने वित्तीय वर्ष में बजट खर्च को लेकर सभी विभागों की समीक्षा शुरू कर दी है। साथ ही प्रदेश वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने फरमान जारी कर दिया है कि जो विभाग पूंजीगत विकास कार्यों में अपना बजट का शेयर अच्छे से खर्च नहीं कर रहा है, उसके आगामी आने वाले बजट में कटौती की जाएगी।
बजट खर्च में कंजूसी करने वाले विभाग
मिली जानकारी के मुताबिक, बजट खर्च करने के मामले में सबसे ज्यादा कंजूसी आपदा प्रबंधन विभाग ने की है। आपदा प्रबंधन विभाग जिसका प्रस्तावित बजट 596 करोड़ का है, लेकिन केवल 29 फीसदी ही खर्च किया है। इसके बाद पर्यटन विभाग जिसका प्रस्तावित बजट 259 करोड़ रुपए है, लेकिन इस विभाग ने भी 30% ही खर्च किया है। वहीं समाज कल्याण विभाग ने भी 158 करोड़ के बजट का केवल 8.26% ही खर्च किया तो वन विभाग ने अभी तक 129 करोड़ के बजट में से 30% ही खर्च किया जबकि ऊर्जा निगम ने 1,281 करोड़ के बजट में केवल 40% खर्च किया है। वहीं बजट खर्च के ये आकड़ें विभागों की विकास कार्यों में रूचि की कमी को दर्शा रहे हैं।
बजट खर्च में इन विभागों ने किया बढ़िया प्रदर्शन
बता दें कि खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग ने 613 करोड़ के प्रस्तावित बजट का 98.51% खर्च कर सबसे बढ़िया परफॉर्मर रहा। वहीं खेल विभाग 100 करोड़ के बजट में से 92.40% खर्च किया जबकि शहरी विकास विभाग ने 774 करोड़ के बजट में से 64.48% खर्च किया। वहीं कृषि विभाग ने 68 करोड़ के बजट में से 64.12% खर्च तो लोक निर्माण विभाग ने 1,440 करोड़ के बजट में से 62.84% व्यय किए।