Edited By Vandana Khosla, Updated: 30 Dec, 2025 08:53 AM

देहरादून: दिसंबर के अंत के करीब पहुंचने के बावजूद अब तक सूनी पड़ी उत्तराखंड की ऊंची चोटियों पर आने वाले दिनों में बर्फबारी की संभावना है, जिससे नए साल के जश्न के लिए राज्य आने वाले सैलानियों का आनंद दोगुना हो सकता है। मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के...
देहरादून: दिसंबर के अंत के करीब पहुंचने के बावजूद अब तक सूनी पड़ी उत्तराखंड की ऊंची चोटियों पर आने वाले दिनों में बर्फबारी की संभावना है, जिससे नए साल के जश्न के लिए राज्य आने वाले सैलानियों का आनंद दोगुना हो सकता है। मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के बनने से उत्तराखंड के उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ जिलों में ऊंचाई वाले स्थानों पर मंगलवार से दो जनवरी तक हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी हो सकती है।
देहरादून मौसम केंद्र के निदेशक डॉ सीएस तोमर ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ अभी सक्रिय है और तीस दिसंबर से दो जनवरी तक प्रदेश में हल्की बारिश तथा 3200 मीटर या उससे अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना है। इस सीजन में अक्टूबर में बद्रीनाथ और केदारनाथ सहित उत्तराखंड के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई थी। लेकिन, उसके बाद से मौसम शुष्क ही बना हुआ है । कुछ वैज्ञानिक और स्थानीय लोग जहां इसे जलवायु परिवर्तन से जोड़ रहे हैं। वहीं, मौसम विज्ञानी इसे क्षेत्र के लिए सामान्य बता रहे हैं।
इस बार तो दिसंबर जाने वाला है और अब तक न बारिश दिखी और न बर्फबारी। मौसम केंद्र के निदेशक डॉ तोमर ने हालांकि, इसे एक सामान्य बात बताया और कहा कि उत्तराखंड में नवंबर और दिसंबर सामान्यतः सबसे शुष्क महीने ही माने जाते हैं । उन्होंने कहा कि 2020 और 2023 में तो इन महीनों में बर्फबारी बिल्कुल दर्ज नहीं की गयी और फिर अगले माह जनवरी में ही हिमपात हुआ। मौसम विज्ञान विभाग ने मंगलवार से उत्तराखंड के ऊंचाई वाले स्थानों पर हिमपात की संभावना जताई है जिसे देखते हुए आने वाले दिनों में सैलानियों से लेकर व्यवसायी और किसान सबके चेहरे खिलने की उम्मीद है।