Edited By Ramanjot, Updated: 14 Jul, 2024 04:03 PM
त्रिस्तरीय पंचायत संगठन के संयोजक जगत सिंह मर्तोलिया ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की विधानसभा में ऐसी घटना होना शर्मनाक है। कई दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस ने एक भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री की...
पिथौरागढ़/नैनीताल: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की विधानसभा की अनुसूचित जनजाति की महिला ग्राम प्रधान के कथित अपमान की घटना से पंचायत प्रतिनिधि नाराज हैं और उन्होंने आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर आक्रोश व्यक्त किया है।
"मुख्यमंत्री की विधानसभा में ऐसी घटना होना शर्मनाक"
त्रिस्तरीय पंचायत संगठन के संयोजक जगत सिंह मर्तोलिया ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री की विधानसभा में ऐसी घटना होना शर्मनाक है। कई दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस ने एक भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री की विधान सभा में इतनी शर्मनाक घटना हुई और वह चुप हैं। उन्होंने आगे कहा कि सोमवार 15 जुलाई को देहरादून में पंचायत प्रतिनिधियों के आंदोलन में यह मामला जोर-शोर से उठाया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि महिला ग्राम प्रधान को जान का खतरा बताया जा रहा है और पुलिस ने अभी तक सुरक्षा भी उपलब्ध नहीं कराई है।
गौरतलब है कि चंपावत जनपद के टनकपुर में विगत 10 जुलाई को आपदा राहत साम्रगी बांटे जाने के दौरान आक्रोशित गुदमी गांव के ग्रामीणों ने महिला प्रधान विनीता राणा का विरोध करते हुए कथित रूप से जूते की माला पहना दी थी। पीड़िता की ओर से नौ आरोपियों के खिलाफ बनबसा थाना में नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता और एससी-एसटी एक्ट के तहत अभियोग पंजीकृत कर लिया है।