Edited By Vandana Khosla, Updated: 04 Dec, 2024 02:58 PM
हल्द्वानी : काठगोदाम से हल्द्वानी के बीच गौला नदी के किनारे पर रिवर फ्रंट बनाए जाने को लेकर जल्दी ही एक सर्वे शुरू होने जा रहा है। भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय की तरफ से इस पर सहमति भी दी जा चुकी है। बता दें कि नमामि गंगे योजना के तहत इस...
हल्द्वानी : काठगोदाम से हल्द्वानी के बीच गौला नदी के किनारे पर रिवर फ्रंट बनाए जाने को लेकर जल्दी ही एक सर्वे शुरू होने जा रहा है। भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय की तरफ से इस पर सहमति भी दी जा चुकी है। बता दें कि नमामि गंगे योजना के तहत इस प्रोजेक्ट को बनाए जाने की कवायद चल रही है।
गौरतलब है कि बरसात के मौसम में गौला नदी में आने वाले पानी और भारी सिल्ट की वजह से हल्द्वानी समेत मैदानी क्षेत्रों में भारी नुकसान होता है। अब इस नुकसान से बचने के लिए सिंचाई विभाग द्वारा काठगोदाम से हल्द्वानी के बीच 9 किलोमीटर लम्बे रिवर फ्रंट बनाए जाने को लेकर सर्वे का काम शुरू किया जा रहा है। नदी के दोनों तरफ रिवर फ्रंट बनाए जाने के साथ ही एप्रोच रोड और घाट भी बनाए जाएंगे। जिससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिल सकता है। इसके अलावा हल्द्वानी रेलवे स्टेशन, समेत अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम की जमीन को भी गौला नदी से होने वाले नुकसान से बचाया जा सकता है। बता दें कि यदि यह काम धरातल पर उतरता है तो भविष्य में गौला नदी से अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम, रेलवे स्टेशन, रेलवे लाइन, तथा गौला पुल को भी बाढ़ के खतरे से बचाया जा सकता है।
मुख्य अभियंता सिंचाई विभाग संजय शुक्ला ने बताया कि काठगोदाम से लेकर हल्द्वानी तक नदी के दोनों ओर आबादी, रेलवे स्टेशन और सरकारी उपक्रम होने के कारण बरसात के समय नदी में अधिक पानी आने से गंभीर नुकसान का खतरा बना रहता है। इस खतरे को रोकने के लिए नदी में रिवर फ्रंट बनाने की योजना पर विचार किया जा रहा है।