Edited By Vandana Khosla, Updated: 03 Dec, 2024 11:24 AM
हल्द्वानी: नगर निगम और नगर पंचायत में काम कर रहे अस्थाई कर्मचारियों को हटाने के आदेश के खिलाफ पर्यावरण मित्रों ने नाराजगी व्यक्त की है। इसके चलते पर्यावरण मित्रों ने हल्द्वानी नगर निगम के मुख्य गेट पर प्रदर्शन कर सरकार से इस फैसले को वापस लेने की...
हल्द्वानी: नगर निगम और नगर पंचायत में काम कर रहे अस्थाई कर्मचारियों को हटाने के आदेश के खिलाफ पर्यावरण मित्रों ने नाराजगी व्यक्त की है। इसके चलते पर्यावरण मित्रों ने हल्द्वानी नगर निगम के मुख्य गेट पर प्रदर्शन कर सरकार से इस फैसले को वापस लेने की मांग की है। जिसको लेकर उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी भेजा है। वहीं, मांग पूरी नहीं होने पर कर्मचारियों ने सफाई व्यवस्था को रोक देने की बात कही है।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यदि सरकार अस्थाई कर्मचारियों को हटाने के निर्णय को वापस नहीं लेती है, तो नगर निगम क्षेत्र समेत नगर पालिकाओं में सफाई व्यवस्था को रोक दिया जाएगा। ऐसे में लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। वहीं, सफाई कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि सफाई व्यवस्था में ठेके प्रथा को समाप्त करने की मांग वर्षो से चल रही है। लेकिन, सरकार उनकी तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही है और अब ठेके प्रथा पर काम कर रहे कर्मचारियों को हटाने की बात की जा रही है। जिससे उनके आगे रोजी-रोटी छिन जाने का खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में यदि ठेका कर्मचारियों को निकाल दिया जाता है तो उनके परिवार सड़क पर आ जाएंगे।
उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि वह ठेके प्रथा को खत्म करें और सभी नगर निगम और नगर पालिकाओं में काम कर रहे सफाई कर्मचारियों को नियमित किया जाए। साथ ही कहा कि कर्मचारियों को हटाया जाना बिल्कुल भी न्याय संगत नहीं है और यह पर्यावरण मित्रों के साथ घोर अन्याय होगा। यदि सरकार उनकी मांगों को नजरअंदाज करती है, तो सफाई व्यवस्था को रोक दिया जाएगा। जिस की जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।