Edited By Vandana Khosla, Updated: 28 Nov, 2024 11:52 AM
देहरादूनः निकाय चुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस ने तैयारी शुरू कर दी है। दोनों ही पार्टियां अपने-अपने प्रत्याशियों को ढूंढने में जुट गई है। इसी के साथ ही चुनाव में कौन जिताऊ कैंडिडेट होगा? उस पर मंथन चल रहा है। लेकिन, भाजपा में टिकट बंटवारे को लेकर...
देहरादूनः निकाय चुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस ने तैयारी शुरू कर दी है। दोनों ही पार्टियां अपने-अपने प्रत्याशियों को ढूंढने में जुट गई है। इसी के साथ ही चुनाव में कौन जिताऊ कैंडिडेट होगा? उस पर मंथन चल रहा है। लेकिन, भाजपा में टिकट बंटवारे को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
निकाय में टिकट के लिए नेताओं ने भाजपा में किया पलायन
दरअसल, निकाय चुनाव की घोषणा जल्द ही होने वाली है। इससे पहले राजनीतिक पार्टियों ने अपने प्रत्याशियों की तलाश शुरू कर दी है। बीजेपी ने विधायकों व जिला अध्यक्षों से भी फीडबैक लेना शुरू कर दिया है। लेकिन, प्रत्याशी चयन को लेकर भाजपा में असमंजस की स्थिति देखने को मिल रही है। चूंकि बड़े पैमाने पर विधानसभा व लोकसभा चुनाव में दूसरे दलों के नेताओं ने भाजपा में पलायन इस वजह से किया कि उन्हें निकाय चुनाव में टिकट मिलेगा। ऐसे में पार्टी के वरिष्ठ और वर्षों से काम कर रहे कार्यकर्ताओं की उपेक्षा भी चुनौती का सबब बन रही है। हालांकि भाजपा प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी का दावा है कि दूसरे दलों से पार्टी में आए नेताओं को अंगीकृत करना हर एक कार्यकर्ता की जिम्मेदारी है। जहां तक टिकट बंटवारे की बात है तो वह प्रत्याशी के निष्ठा और समर्पण पर निर्भर करता है।
बीजेपी से 14 से 15 नेताओं ने की मेयर टिकट की दावेदारी
बता दें कि बीजेपी के भीतर ऊहापोह की स्थिति का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले दिनों भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने विधायकों और जिला अध्यक्षों की नब्ज टटोली थी। जिसमें जिताऊ कैंडिडेट पर विचार- विमर्श हुआ। ऐसे में देहरादून में एक अनार कई बीमार वाली चरितार्थ हो रही है। विधायक खजान दास ने कहा कि 14 से 15 नेताओं ने मेयर टिकट की दावेदारी पेश की है। जिसमें 4 से 5 महिला नेत्रियां भी शामिल है। मालूम हो कि देहरादून में भी बड़े पैमाने पर कांग्रेस को छोड़कर बीजेपी में कई नेता इस आस में शामिल हुए की उन्हें निकाय चुनाव में टिकट मिले।
कांग्रेस ने भाजपा पर किया ये कटाक्ष
उधर कांग्रेस ने भी बीजेपी पर कटाक्ष किया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री हीरा सिंह बिष्ट ने कहा कि यह बीजेपी के लिए गंभीर चिंता का विषय है कि वह अपने वर्षों पुराने नेताओं पर विश्वास जताएंगे या पलायन करके भाजपा में गए नेताओं को प्राथमिकता देंगे। हालांकि उन्होंने कांग्रेस को भी नसीहत दी है कि जिन नेताओं ने हाथ का पंजा छोड़कर बीजेपी का कमल थामा है, उनका रिवर्स पलायन स्वीकारा न जाए।