Edited By Vandana Khosla, Updated: 13 Nov, 2024 05:29 PM
हरिद्वारः उत्तराखंड के अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग हरिद्वार द्वारा अभियान लगातार जारी है। इसी बीच जिले में चल रहे फर्जी अस्पतालों को लेकर अब स्वास्थ्य विभाग ने कड़ा रुख अपना लिया है। इसके चलते एससीएमओ...
हरिद्वारः उत्तराखंड के अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग हरिद्वार द्वारा अभियान लगातार जारी है। इसी बीच जिले में चल रहे फर्जी अस्पतालों को लेकर अब स्वास्थ्य विभाग ने कड़ा रुख अपना लिया है। इसके चलते एससीएमओ हरिद्वार ने अस्पताल के संचालकों को कड़ी चेतावनी दी है। साथ ही डॉक्टरों को नियमों के अंतर्गत सेवाएं देने और आमजन के जीवन से खिलवाड़ ना करने के लिए निर्देशित भी किया है।
"स्वास्थ्य विभाग हरिद्वार का अभियान लगातार जारी"
एससीएमओ हरिद्वार डॉक्टर अनिल वर्मा ने कहा कि क्षेत्र में लगातार निजी अस्पतालों की शिकायतें मिल रही थी। बताया गया कि निजी अस्पतालों में बड़े-बड़े डॉक्टरों के नाम तो लिखे हुए हैं। लेकिन, मौके पर डॉक्टर नहीं मिलते है जिसको लेकर कई अस्पताल बंद कराए गए और बहुत से अस्पतालों पर कार्रवाई भी की गई है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग का अभियान लगातार जारी है और उन्होंने डॉक्टरों को भी निर्देशित किया कि नियमों के अंतर्गत सेवाएं दें और आमजन के जीवन से खिलवाड़ ना करें। उन्होंने कहा कि क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के अंतर्गत सभी डॉक्टरों को रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य है। साथ ही साथ यह भी आवश्यक है कि जिस डॉक्टर के पास जिस पैथी की डिग्री होगी वह उसी में इलाज करेगा।
"नियमों का उल्लंघन करने वाले पर होगी सख्त कार्रवाई"
एससीएमओ ने कहा कि एक डॉक्टर शहर में दो ही जगह पर अपनी सेवाएं दे सकता है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग का क्षेत्र में छापेमारी अभियान लगातार जारी है। इसके अतिरिक्त नियमों का उल्लंघन करने वाले अस्पताल के संचालकों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।