Edited By Vandana Khosla, Updated: 03 Sep, 2024 09:54 AM
उधम सिंह नगर: उत्तराखंड के जिला उधम सिंह नगर में नर्स के साथ दरिंदगी के बाद हत्या किए जाने का मामला लगातार तूल पकड़ते जा रहा है। वहीं इस मामले को लेकर जनपद में शुरू हुआ बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसमें नर्स के साथ रेप और हत्या के मामले में धरना...
उधम सिंह नगर: उत्तराखंड के जिला उधम सिंह नगर में नर्स के साथ दरिंदगी के बाद हत्या किए जाने का मामला लगातार तूल पकड़ते जा रहा है। वहीं इस मामले को लेकर जनपद में शुरू हुआ बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसमें नर्स के साथ रेप और हत्या के मामले में धरना प्रदर्शन लगातार जारी हैं। जहां इस घटना में पहले पुलिस ने खानापूर्ति करने की कोशिश की थी। लेकिन मृतका के परिजनों और हजारों लोगों ने जब सड़कों पर उतर कर सीबीआई जांच की मांग उठाई तो पुलिस बैकफुट पर आ गई। इसके बाद इस केस की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया। वहीं अब एसआईटी को इस मामले में बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। इसमें मृतिका का मोबाइल इस्तेमाल करने वाला एक टुक टुक चालक पुलिस के हाथ चढ़ गया है। जिसका खुलासा एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी ने किया है।
एसएसपी ऊधम सिंह नगर ने जानकारी दी है कि नर्स हत्याकांड मामले में जांच को लेकर गठित की गई एसआईटी (SIT) टीम को एक और कामयाबी मिली है। इसमें मृतिका का मोबाइल बरामद हुआ है। जो घटना के दिन से बंद चल रहा था। वहीं एसआईटी ने खोजबीन करते हुए मोबाइल को ढूंढ निकाला। यह मोबाइल एक टुक टुक चालक बिहारी लाल द्वारा मोबाइल को चोरी का जानते हुए अभियुक्त धर्मेन्द्र से लिया गया था। जिसने अपना जुर्म कबूल किया है। इसी के साथ आरोपी को भारतीय न्याय संहिता की धारा 317 में गिरफ्तारी करते हुए जेल भेज दिया है। इसी के साथ मंजूनाथ टीसी ने बताया कि पुलिस टीम ने 13 दिन के भीतर एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। इसकी पहचान बिहारी लाल पुत्र श्री लाला राम निवासी तुरसा पट्टी थाना शाही जनपद बरेली के रूप में हुई है।
बता दें कि बीती 31 जुलाई को गदरपुर निवासी एक युवती ने रुद्रपुर पुलिस को एक तहरीर दी थी। इसमें बताया गया कि डिबडिया बिलासपुर निवासी उनकी 33 वर्षीय बहन 30 जुलाई को जिम से घर जाते समय इंदिरा चौक रुद्रपुर से टैंपू में बैठकर जाती हुई दिखाई दी। लेकिन अभी तक घर नहीं पहुंची। इस सूचना पर कोतवाली रुद्रपुर ने बीती 30 जुलाई को गुमशुदगी दर्ज की। जिसके बाद 08 अगस्त को गुमशुदा का शव डिबडिया मे वसुंधरा एनक्लेव कॉलोनी पर अर्ध कंकाल अवस्था में बरामद हुआ। जिसके बाद पुलिस ने 14 अगस्त को आरोपी धर्मेंद्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वहीं लगातार परिवार और हजारों लोग ने जन सदन से लेकर सड़क तक प्रदर्शन कर सीबीआई द्वारा जांच की मांग की।