Edited By Vandana Khosla, Updated: 09 Aug, 2025 07:49 AM

पिथौरागढ़ः भारत-चीन सीमा पर शुक्रवार को पवित्र प्रेम की अछ्वुत मिसाल दिखाई दी। रक्षाबंधन से एक दिन पूर्व यहां तैनात वीर सैनिकों की कलाई बहनों के पवित्र प्रेम से सज उठीं। मौका था रक्षाबंधन का।
पिथौरागढ़ः भारत-चीन सीमा पर शुक्रवार को पवित्र प्रेम की अछ्वुत मिसाल दिखाई दी। रक्षाबंधन से एक दिन पूर्व यहां तैनात वीर सैनिकों की कलाई बहनों के पवित्र प्रेम से सज उठीं। मौका था रक्षाबंधन का।
दरअसल उत्तराखंड के पिथौरागढ़ की सीमांत व्यास घाटी रं संस्कृति के लिए जानी पहचानी जाती हैं। देशभक्ति भी यहां के लोगों में कूट कूट कर भरी है। आज व्यास घाटी की सुदूर गांवों की महिलाओं ने अछ्वुत उदाहरण पेश किया और गुंजी में तैनात भारतीय सेना के जवानों को रक्षा सूत्र बांधा। रं समुदाय की महिलाओं ने पहले परंपरागत तरीके से सैनिकों को तिलक लगाया और फिर राखी बांधी, और उनकी सलामती की कामना की। बदले में जवानों ने भी बहनों को मिठाइयां, उपहार और स्नेह भरे शब्दों से सम्मानित किया।
घर से दूर रह रहे सैनिकों के लिए यह पल बेहद भावुक करने वाला था। रक्षाबंधन का यह आयोजन इस बात का भी प्रतीक बन गया कि भारतीय सेना केवल देश की सीमाओं पर ही नहीं बल्कि देशवासियों के दिलों में भी राज करती हैं।