Edited By Harman, Updated: 01 Sep, 2024 11:41 AM
उत्तराखंड में बढ़ते अपराध और बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर शनिवार को कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेताओं ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कार्यालय के बाहर धरना दिया। साथ ही सभी घटनाओं की सीबीआई जांच की मांग की। वहीं इसके साथ ही रविवार को एसएसपी कार्यालय पर धरना देने...
देहरादून: उत्तराखंड में बढ़ते अपराध और बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर शनिवार को कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेताओं ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कार्यालय के बाहर धरना दिया। साथ ही सभी घटनाओं की सीबीआई जांच की मांग की। वहीं इसके साथ ही रविवार को एसएसपी कार्यालय पर धरना देने की भी बात कही।
हाल ही में हरिद्वार जनपद रुड़की ब्लॉक के माधोपुर गांव स्थित तालाब में डूबने के कारण सोहलपुर निवासी वसीम उर्फ मोनू की 25 अगस्त को मौत हो गई थी। परिजनों ने वसीम की मौत का पुलिस कर्मियों पर तलाब में डुबाकर मारने का आरोप लगाया था। जबकिं पुलिस के अनुसार वह गौमांस की तस्करी कर रहा था और चेकिंग के दौरान रोकने पर गिरफ्तारी से बचने के लिए मोनू तालाब में कूद गया और डूबने से उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तहसील स्थित ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे और घटना की सीबीआई जांच की मांग की।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि मामले में दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जाए और सीबीआई जांच की जाए। शाहन्तरशाह निर्भया कांड हो या फिर अन्य घटना हो सब घटनाओं में भाजपा आरोपियों को बचाने का काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार लगातार इस प्रकार के निर्दोष लोगों को टारगेट कर रही है। पुलिस का दुरुपयोग कर अनैतिक कार्य करवा रही है। हरीश रावत ने कहा कि वह इस लड़ाई को रुड़की से देहरादून और दिल्ली तक भी लड़ेंगे।