Edited By Vandana Khosla, Updated: 14 Jan, 2025 11:35 AM
देहरादूनः उत्तराखंड की देहरादून पुलिस ने सोमवार को दो वर्षीय बच्चे का अपहरण कर उसे दो लाख रुपये में बेचने वाले एक गिरोह के पर्दाफाश का दावा करते हुए उसके रिश्ते के मामा सहित चार आरोपियों को उत्तर प्रदेश के विभिन्न स्थानों से गिरफ्तार किया। देहरादून...
देहरादूनः उत्तराखंड की देहरादून पुलिस ने सोमवार को दो वर्षीय बच्चे का अपहरण कर उसे दो लाख रुपये में बेचने वाले एक गिरोह के पर्दाफाश का दावा करते हुए उसके रिश्ते के मामा सहित चार आरोपियों को उत्तर प्रदेश के विभिन्न स्थानों से गिरफ्तार किया। देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह बिष्ट ने बताया कि आरोपियों की निशानदेही पर अपहृत बच्चे विकास को सकुशल बरामद कर लिया गया।
महिला ने पुलिस में अपने बच्चों के अपहरण के संबंध में दी थी तहरीर
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने जानकारी दी है कि बीती दो जनवरी को यमुना कॉलोनी की रहने वाली रीना नामक महिला ने पुलिस में अपने दो बेटों-आकाश (पांच) और विकास (दो) के अपहरण के संबंध में तहरीर दी थी, जिसके आधार पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की प्रासंगिक धारा के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू की गई थी। बिष्ट के अनुसार, जांच के दौरान सामने आया कि राकेश (52) का अपनी ममेरी बहन रीना के घर आना-जाना था और दो जनवरी की शाम को लोगों ने उसे आकाश को कॉलोनी के गेट पर छोड़ते हुए देखा था। राकेश और रीना दोनों ही उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के रहने वाले हैं। बिष्ट के मुताबिक, देहरादून में ऑर्डिनेंस फैक्टरी में माली और साफ-सफाई का काम करने वाले राकेश के बारे में पूछताछ करने पर उसके साथ काम करने वाले राहुल से उसकी नजदीकी के बारे में पता चला। राहुल मुरादाबाद जिले का रहने वाला है।
पुलिस ने दबिश देकर आरोपियों को किया गिरफ्तार
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जब दोनों (राकेश और राहुल) के मोबाइल फोन सर्विलांस पर लगाए गए, तो उनके एक-दूसरे के संपर्क में होने का पता चला। उन्होंने बताया कि जांच में यह भी सामने आया कि राहुल की बेटी तानिया (20) भी अपहरण में शामिल थी और उसने अपहृत बच्चों को अपने पास छिपाया था। बिष्ट के अनुसार जब आरोपियों को रीना के पुलिस में शिकायत करने की बात पता चली तो राकेश ने आकाश को कॉलोनी के गेट पर छोड़ दिया। हांलांकि, इसी दौरान तीनों आरोपी फरार हो गए और उन्होंने अपने मोबाइल बंद कर दिए। बाद में जांच के दौरान पता चला कि तीनों उत्तर प्रदेश के अमरोहा में राहुल की बुआ के यहां छिपे हुए हैं। पुलिस ने दबिश देकर राकेश और तानिया को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन राहुल हत्थे नहीं चढ़ा।
आरोपी ने अपने दो बच्चों तक को भी दिया बेच
अजय सिंह बिष्ट ने बताया राकेश और तानिया ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने विकास को धामपुर में एक भाई-बहन प्रियंका और सैंटी को दो लाख रुपये में बेच दिया था। पुलिस ने आरोपियों के साथ धामपुर पहुंचकर प्रियंका (22) और सैंटी (25) को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पूछताछ में प्रियंका और सैंटी ने बताया कि उन्होंने बच्चे को धामपुर में ही सरकथल शिवाला में रहने वाले एक परिवार को बेच दिया है, जिसके बाद पुलिस ने उस परिवार तक पहुंचकर बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया। बिष्ट के मुताबिक, राकेश ने पूछताछ में यह भी बताया है कि वह अपने दो बच्चों को भी बेच चुका है और पुलिस ने इस संबंध में भी जांच शुरू कर दी है। बच्चे को बरामद करने वाली पुलिस टीम को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने 25 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है।