Rudraprayag News: केदारनाथ पैदल मार्ग पर अब घोड़ों-खच्चरों की आवाजाही भी शुरू

Edited By Nitika, Updated: 27 Aug, 2024 11:24 AM

horses and mules have also started on the kedarnath walking route

उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन और बाढ़ के चलते 26 दिन बाद सोमवार से गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल रास्ते पर अब घोड़ों और खच्चरों की आवाजाही भी शुरू हो गई।

 

रुद्रप्रयागः उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन और बाढ़ के चलते 26 दिन बाद सोमवार से गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल रास्ते पर अब घोड़ों और खच्चरों की आवाजाही भी शुरू हो गई। इससे पहले, पैदल रास्ते को दुरुस्त कर 16 अगस्त से श्रद्धालुओं की पैदल आवाजाही शुरू कर दी गई थी। घोड़ों-खच्चरों की आवाजाही शुरू होने से अब अधिक श्रद्धालु केदारनाथ धाम तक पहुंच सकेंगे।

रुद्रप्रयाग के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि पैदल आवाजाही के बाद अब घोड़ों-खच्चरों के लिए भी पैदल रास्ता खोल दिया गया है। उन्होंने बताया कि 31 जुलाई को आई आपदा से केदारनाथ धाम तक जाने वाला 19 किलोमीटर लंबा पैदल रास्ता 29 जगहों पर क्षतिग्रस्त हो गया था। सिंह ने कहा कि जिला प्रशासन के निर्देशन एवं निगरानी में तेजी से काम होने के चलते अब पैदल मार्ग पर घोड़ों-खच्चरों की आवाजाही भी शुरू हो गई है। रजवार ने बताया कि अब घोड़ों-खच्चरों से राशन एवं अन्य अनिवार्य सामग्री की आपूर्ति भी शुरू हो गई है।

बता दें कि 21 जुलाई की रात बारिश के चलते जगह-जगह भूस्खलन होने के कारण केदारनाथ पैदल मार्ग जगह-जगह ध्वस्त हो गया था, जिसके कारण वहां फंस गए 15 हजार से अधिक श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों को करीब सप्ताह भर चले हवाई और जमीनी बचाव अभियान के जरिए सुरक्षित बाहर निकाला गया। उन्होंने बताया कि सोनप्रयाग से गौरीकुण्ड के बीच मोटर मार्ग को दुरुस्त करने का कार्य भी युद्धस्तर पर जारी है, जिससे उसे वाहनों के लिए खोला जा सके।

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