Edited By Nitika, Updated: 14 Apr, 2023 04:32 PM

उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर में धान मिलों को लाखों का चूना लगाने वाले एक हाईटेक गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के 6 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। साथ ही पूरे प्रकरण की जांच एसआईटी के हवाले कर दी गई है।
रुद्रपुर/नैनीतालः उत्तराखंड के ऊधमसिंह नगर में धान मिलों को लाखों का चूना लगाने वाले एक हाईटेक गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के 6 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। साथ ही पूरे प्रकरण की जांच एसआईटी के हवाले कर दी गई है।
ऊधमसिंह नगर के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक (एसएसपी) टीएस मंजूनाथ ने इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि विगत 09 अप्रैल को धर्मकांटाओं में हाईटेक चिप लगाकर राइस मिलर्स को लाखों रुपए का चूना लगाने के संबंध में एक शिकायत मिली थी। सितारगंज स्थित मैसर्स अनिल कुमार अमित कुमार राइस मिल के प्रबंधक सुरेन्द्र चंद्र की ओर से इस संबंध में एक तहरीर दी गई थी। सितारगंज पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच की तो पूरे गिरोह का पर्दाफाश हुआ। उन्होंने बताया कि इस गिरोह का सरगना दिल्ली निवासी राजीव मसीह है।
आरोपी धर्मकांटाओं में हाईटेक चिप लगाकर ट्राला का वजन बढ़ा देते थे। साथ ही बढ़ा हुआ वजन का पैसा लेकर राइस मिलर को चूना लगाते थे। उन्होंने बताया कि यह गिरोह 2021 से सक्रिय था। अभी तक ये गिरोह जनपद के पांच धर्मकांटाओं मंगलम राइस मिल, नानकमत्ता, जिंदल राइस मिल, खटीमा रोड, सितारगंज, रामा फूड बिजटी रोड, सितारगंज, गोविंदा फूड, सितारगंज और एमबी राइस मिल, सितारगंज में में ये फर्जीवाड़ा कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि राजीव मसीह ये चिप उपलब्ध करवाता था और उसे इंस्टाल करवाता था। उन्होंने बताया कि प्राथमिक जांच में मिले तथ्यों के अनुसार अभी तक यह गिरोह धान मिलों को लाखों रुपए का चूना लगा चुका है। पुलिस ने सरगना राजीव मसीह सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपियों में राजीव मसीह निवासी विजय विहार, सेक्टर 05, दिल्ली, सुरवीन सिंह राणा निवासी तिसौर, सितारगंज, ऊधमसिंह नगर, अमित कुमार निवासी ग्राम गोठा, सितारगंज, ऊधमसिंह नगर, अक्षय कुमार निवासी कैलाशुपुरी, थाना सितारगंज, ऊधमसिंह नगर, अमित कुमार गुप्ता निवासी सिसैयाखेड़ा, नानकमत्ता, ऊधमसिंह नगर, शेरखान उर्फ मोंटी निवासी ग्राम किला, थाना अगवानपुर, जिला मेरठ, उप्र शामिल हैं। मंजूनाथ के अनुसार इस पूरे प्रकरण की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है। पूरे गिरोह पर गैंगस्टर की कार्रवाई भी अमल में लाई जा रही है। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि आरोपी अभी तक कितने रुपए की हेराफेरी कर चुके हैं और कितने राज्यों और जनपदों में इस गिरोह का जाल फैला है।