Edited By Vandana Khosla, Updated: 07 Feb, 2025 02:58 PM
![guldar became synonymous with terror in haridwar](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2025_2image_14_58_182770929single155-ll.jpg)
हरिद्वार: उत्तराखंड में हरिद्वार के लालढांग क्षेत्र में आतंक का पर्याय बने गुलदार को आखिरकार वन महकमे ने पकड़ ही लिया। दरअसल, क्षेत्र में पिछले कई दिनों से गुलदार ने आतंक मचा रखा था। वन प्रभाग की टीम ने लालढांग क्षेत्र के चमरिया गांव के पास से गुलदार...
हरिद्वार: उत्तराखंड में हरिद्वार के लालढांग क्षेत्र में आतंक का पर्याय बने गुलदार को आखिरकार वन महकमे ने पकड़ ही लिया। दरअसल, क्षेत्र में पिछले कई दिनों से गुलदार ने आतंक मचा रखा था। वन प्रभाग की टीम ने लालढांग क्षेत्र के चमरिया गांव के पास से गुलदार का रेस्क्यू किया है। रेस्क्यू करने के बाद गुलदार को चिड़ियापुर रेस्क्यू सेंटर भेजा गया है।
आपको बता दें कि पिछले कई दिनों से यह गुलदार लालढांग क्षेत्र की आबादी वाले इलाके में घुस रहा था। जिससे ग्रामीणों में दहशत थी। उच्च अधिकारियों से स्वीकृति मिलने के बाद आज वन विभाग की टीम ने गुलदार को घेर लिया। पहले गुलदार को ट्रेंकुलाइज किया गया और फिर गन्ने के खेत में जाल डालकर पकड़ लिया गया। गुलदार को रेस्क्यू करने के बाद चिड़ियापुर रेस्क्यू सेंटर भेजा गया है। जहां कुछ दिन परीक्षण के बाद उसे फिर से जंगल में छोड़ दिया जाएगा।
वन क्षेत्राधिकारी हरीश गैरोला ने बताया कि आठ वर्षीय यह नर गुलदार पिछले कई दिनों से आतंक का पर्याय बना हुआ था। तीन दिन पूर्व इसके रेसक्यू ऑपरेशन के दौरान एक वन कर्मी भी घायल हुआ था। जबकि आज कड़ी मेहनत के बाद इसे रेसक्यू कर लिया गया है।