Edited By Vandana Khosla, Updated: 22 Aug, 2025 11:56 AM

देहरादूनः उत्तराखंड में ‘स्मार्ट मीटर' लगाए जाने तथा बिजली संबंधी अन्य समस्याओं के विरोध में देहरादून कूच कर रहे किसानों को हरिद्वार जिले के बहादराबाद ‘टोल प्लाजा' पर आगे बढ़ने से रोके जाने पर उनकी पुलिस के साथ तीखी नोकझोंक हुई। जिसके बाद पुलिस ने...
देहरादूनः उत्तराखंड में ‘स्मार्ट मीटर' लगाए जाने तथा बिजली संबंधी अन्य समस्याओं के विरोध में देहरादून कूच कर रहे किसानों को हरिद्वार जिले के बहादराबाद ‘टोल प्लाजा' पर आगे बढ़ने से रोके जाने पर उनकी पुलिस के साथ तीखी नोकझोंक हुई। जिसके बाद पुलिस ने उन पर कथित रूप से लाठीचार्ज किया।
भारतीय किसान यूनियन टिकैत के बैनर तले हरिद्वार के रुड़की तथा आसपास के क्षेत्रों से किसान देहरादून में यूपीसीएल (उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड) के मुख्यालय पर प्रदर्शन के लिए जा रहे थे। लेकिन, पुलिस ने उन्हें बहादराबाद टोल प्लाजा पर अवरोधक लगाकर रोक दिया। इस पर किसान उत्तेजित हो गए और अवरोधक तोड़कर आगे बढ़ने लगे। मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों के समझाने के बावजूद वे आगे बढ़ते रहे। जिसके बाद पुलिस ने कथित रूप से लाठीचार्ज किया जिससे नाराज किसान वहीं धरने पर बैठ गए।
इस संबंध में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में पुलिस की कार्रवाई को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, ‘‘अपनी मांगों को लेकर देहरादून कूच कर रहे किसानों पर हरिद्वार के बहादराबाद टोल प्लाजा पर पुलिस के द्वारा लाठीचार्ज किया जाना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।'' उन्होंने चेतावनी दी कि ‘‘किसानों पर पड़ी हर एक लाठी का जवाब'' लिया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘जोर जुल्म की टक्कर पर संघर्ष हमारा नारा है।''
हरिद्वार के पुलिस अधीक्षक (देहात) शेखर सुयाल ने इस बारे में पूछे जाने पर लाठीचार्ज किए जाने से इंकार किया और कहा कि किसानों को आगे बढ़ने से रोकने के प्रयास में किसानों और पुलिस के बीच बस धक्का-मुक्की हुई है । उन्होंने कहा कि अब भी कुछ किसान धरने पर बैठे हुए हैं।