Edited By Vandana Khosla, Updated: 09 Jan, 2025 12:00 PM
देहरादूनः उत्तराखंड में कार्यरत लगभग 40 हजार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को राज्य सरकार सेवानिवृत्ति के पश्चात पेंशन की सुविधा दे सकती है। इस परिप्रेक्ष्य में बुधवार को महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने एक उच्च स्तरीय बैठक...
देहरादूनः उत्तराखंड में कार्यरत लगभग 40 हजार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को राज्य सरकार सेवानिवृत्ति के पश्चात पेंशन की सुविधा दे सकती है। इस परिप्रेक्ष्य में बुधवार को महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने एक उच्च स्तरीय बैठक में अधिकारियों को जल्द इसका प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
महिलाओं को सशक्त करने की दिशा में यह अहम कदम साबित होगा
मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि राज्य रजत जयंती वर्ष में प्रवेश करने जा रहा है और यह समय महिलाओं को सशक्त करने की दिशा में यह अहम कदम साबित होगा। बैठक में अधिकारियों ने इस योजना के संदर्भ में तीन संभावित प्रारूप भी प्रदर्शित किए। जिनमें से किसी एक का चयन कैबिनेट में हो सकता है। इस दौरान, मंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं के 7038 पदों पर चल रही भर्ती प्रक्रिया के प्रगति की भी जानकारी ली। उन्होंने बताया कि आवेदन शुरू होने के पहले छह दिन में ही 20 हजार से ज्यादा महिलाएं आवेदन कर चुकी है। जबकि अभी आवेदन की तारीख 31 जनवरी तक है। ऐसे में माना जा रहा है कि आवेदकों की संख्या एक लाख तक पहुंच सकती है।
मंत्री रेखा ने महिला कल्याण कोष की नियमावली अप्रूव न होने पर नाराजगी जताई
रेखा आर्या ने बैठक में महिला कल्याण कोष की नियमावली अब तक अप्रूव न होने पर कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने अगली कैबिनेट से पहले नियमावली तैयार करने के सख्त निर्देश जारी किए। इसके अतिरिक्त उन्होंने उन्होंने महिला सारथी योजना, आंगनबाड़ी कल्याण कोष समेत कई अन्य योजनाओं की प्रगति की समीक्षा भी की। बैठक में सचिव चंद्रेश यादव, निदेशक प्रशांत आर्य, मुख्य परिवीक्षा अधिकारी मोहित चौधरी आदि उपस्थित रहे। साथ ही, सभी जनपदों के जिला कार्यक्रम अधिकारी वर्चुअली बैठक में जुड़े रहे।