Edited By Ramanjot, Updated: 18 Sep, 2024 11:06 AM
अधिकारी ने बताया कि सोमवार से चट्टवापीपल में चट्टान से लगातार मलबा गिर रहा है, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग बार-बार बाधित हो रहा है। चमोली के जिला अधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि राजमार्ग बार-बार बंद होने के कारण यात्रियों को वैकल्पिक सड़कों की जानकारी...
गोपेश्वर: उत्तराखंड के चमोली जिले में बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग गौचर और कर्णप्रयाग के बीच चट्टवापीपल के पास बार-बार भूस्खलन होने के कारण यातायात बाधित हुआ, जिससे आने-जाने वाले दोनों मार्गों पर जाम की स्थिति बन गई। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
चट्टवापीपल में चट्टान से लगातार गिर रहा मलबा
अधिकारी ने बताया कि सोमवार से चट्टवापीपल में चट्टान से लगातार मलबा गिर रहा है, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग बार-बार बाधित हो रहा है। चमोली के जिला अधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि राजमार्ग बार-बार बंद होने के कारण यात्रियों को वैकल्पिक सड़कों की जानकारी भी दी जा रही है। यात्रियों को कर्णप्रयाग से पोखरी मार्ग पर खाल-सरमोला होते हुए गौचर भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने से गौचर और कर्णप्रयाग दोनों ओर वाहनों की कतारें लग गई हैं। तिवारी ने बताया कि कर्णप्रयाग और गौचर में जाम की स्थिति को देखते हुए बदरीनाथ की ओर से नीचे आने वाले वाहनों को नंदप्रयाग, चमोली, पीपलकोटी और जोशीमठ में ही रोका जा रहा है। जबकि गौचर और उसके आगे जाने वाले वाहनों को रुद्रप्रयाग में ही रोक दिया गया है, जिससे यात्रियों को अनावश्यक दिक्कत न हो।
यात्रियों के लिए खाने और ठहरने की व्यवस्था करने में जुटा प्रशासन
जिलाधिकारी ने बताया कि कर्णप्रयाग में 250-300 गाड़ियां हैं जबकि गौचर में करीब 200 गाड़ियां रूकी हुई हैं। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन सोमवार से ही जाम में फंस रहे यात्रियों के लिए खाने और ठहरने की व्यवस्था करने में जुटा है। उन्होंने बताया कि चट्टवापीपल में भी स्थानीय प्रशासन की ओर से इंतजाम किए गए हैं जबकि कर्णप्रयाग और गौचर की नगरपालिकाओं द्वारा लंगर चलाए जा रहे हैं। साथ ही यात्रियों को होटल और लॉज की सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है।