Edited By Vandana Khosla, Updated: 12 Sep, 2024 12:49 PM
रूड़कीः स्मार्ट मीटर के विरोध में अलग-अलग किसान संगठन के बैनर तले किसान तहसील परिसर स्थित ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कार्यालय और विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता कार्यालय पर धरने पर बैठे हैं। वही उत्तराखंड किसान मोर्चा के बैनर तले किसानों ने बिजली विभाग के...
रूड़कीः स्मार्ट मीटर के विरोध में अलग-अलग किसान संगठन के बैनर तले किसान तहसील परिसर स्थित ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कार्यालय और विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता कार्यालय पर धरने पर बैठे हैं। वही उत्तराखंड किसान मोर्चा के बैनर तले किसानों ने बिजली विभाग के डीजीएम कार्यालय पर सांकेतिक तालाबंदी की और गांवों में स्मार्ट मीटर लगाने का जमकर विरोध किया। किसानों ने कहा कि किसानों को स्मार्ट मीटर किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं है।
बता दें कि उत्तराखंड किसान मोर्चा द्वारा धरने के सातवें दिन कार्यकर्ता अधीक्षण अभियंता स्थित विद्युत कार्यालय पहुंचे और वहां सांकेतिक रूप से तालाबंदी कर अपना विरोध जताया। वहीं इस मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष गुलशन रोड ने कहा कि यदि गांवों में विभाग स्मार्ट मीटर लगाने की कोशिश करता है, तो इसका खामियाजा भी अधिकारियों को भुगतना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि हरिद्वार किसान बाहुल्य क्षेत्र है और इस क्षेत्र में गन्ने की फसल की पैदावार होती है। जिसका भुगतान करीब एक साल में आता है, ऐसे में यहां के किसान स्मार्ट मीटर के अनुसार बिजली के बिलों का भुगतान कैसे कर पाएंगे। वहीं आगे कहा कि सरकार किसानों का गन्ने का अग्रिम भुगतान करें ताकि हम उस स्मार्ट मीटर का रिचार्ज कर सकें। इसके अतिरिक्त किसान स्मार्ट मीटर नहीं लगवाएगा।
वहीं इस मामले में किसान पंचायत में राष्ट्रीय अध्यक्ष पदम सिंह रोड ने कहा कि ऊर्जा निगम की ओर से जो स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य किया जा रहा है यह जनहित में नही है। अगर विभाग व सरकार ने स्मार्ट मीटर लगाने बंद नहीं किए तो यूनियन सड़को पर आकर आंदोलन करने को बाध्य होगी। इसी के साथ पदम सिंह रोड ने मुख्यमंत्री आवास कूच करने की चेतावनी दी।