Edited By Nitika, Updated: 07 Aug, 2024 04:18 PM
उधम सिंह नगर: उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश ने जहां अपना हाहाकर मचाया हुआ है तो वहीं मैदानी इलाके भी इससे अछूते नहीं रहें हैं। दरअसल, मंगलवार देर शाम से हो रही बारिश ने उधम सिंह नगर के मुख्यालय रुद्रपुर को जलमग्न कर दिया। भारी बारिश होने के...
उधम सिंह नगर: उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश ने जहां अपना हाहाकर मचाया हुआ है तो वहीं मैदानी इलाके भी इससे अछूते नहीं रहें हैं। दरअसल, मंगलवार देर शाम से हो रही बारिश ने उधम सिंह नगर के मुख्यालय रुद्रपुर को जलमग्न कर दिया। भारी बारिश होने के कारण डेम से पानी ओवरफ्लो हो गया है। इसी बीच लोगों का जीवन उस समय संकट में पड़ गया, जब सैकड़ों लोग बाढ़ में फंस गए। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची एसडीआरएफ (SDRF) टीम लोगों का रेस्क्यू करने में जुट गई। अभी तक 300 लोगों को बाढ़ से बाहर निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है और अभी भी रेस्क्यू जारी है। साथ ही रुद्रपुर की कल्याणी नदी के उफान के बाद लोगों के घरों में पानी घुस गया जिससे लोग आधी रात में ही अपनी जान बचाकर भागे हैं।
मंगलवार देर शाम से उधम सिंह नगर में तेज बारिश हो रही है। इस दौरान जनजीवन अस्त व्यस्त है। लगातार बारिश ने लोगों की मुसीबत को बढ़ा दिया है। रुद्रपुर के तीन पानी के डेम का अचानक जलस्तर बढ़ने से पानी रुद्रपुर के कई कॉलोनियों में घुस गया। इस दौरान देखते ही देखते कॉलोनी ने समंदर का रूप धारण कर लिया, जिससे सैकड़ों लोग उसमें फंस गए। सूचना मिलने पर SDRF टीम मौक़े पर पहुंची और लोगों का रेस्क्यू करने में जुट गई। वहीं जनपद के मुख्यालय रुद्रपुर के बीचों बीच बहने वाली कल्याणी नदी का अचानक जल स्तर बढ़ गया और पानी लोगों के घरों में घुस गया। देखते ही देखते आलम ये हो गया कि घरों में 2 से 3 फीट पानी घुस गया, जिससे लोग आधी रात में ही अपनी जान बचाकर भागने लगे।
बता दें कि मंगलवार रात से हो रही वर्षा के कारण तहसील रूद्रपुर अन्तर्गत जगतपुरा वार्ड नं 4, शक्ति विहार, आजाद नगर एवं तीन पानी डेम में जलभराव हो गया है। जनसामान्य की सुरक्षा के दृष्टिगत जगतपुरा में 250 व्यक्तियों को बालिका विघा मंदिर जगतपुरा, आवास विकास एवं भंडारी कान्वेंट स्कूल, जगतपुरा में ठहराया गया है। भोजन आदि की व्यवस्था जिला पूर्ति अधिकारी द्वारा की जा रही है। इसके अतिरिक्त आजाद नगर क्षेत्र में जलभराव से प्रभावित 40 परिवार के व्यक्तियों को एसडीआरएफ (SDRF) की टीम द्वारा सुरक्षित स्थान में स्थानांतरित किया गया है।