Edited By Ramanjot, Updated: 13 Nov, 2024 08:54 AM
धामी ने कहा कि केंद्र में कांग्रेस आजादी के बाद छह दशकों तक सत्ता में रही लेकिन उसने कभी भी अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति को शीर्ष संवैधानिक पद देने के बारे में नहीं सोचा। रुद्रप्रयाग में आयोजित 'अनुसूचित जाति स्वाभिमान सम्मेलन' में धामी ने कहा,...
देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने मंगलवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति को कभी उनका हक नहीं दिया और उसने अपने पूर्व अध्यक्ष सीताराम केसरी का ‘‘अपमान'' कर उन्हें पद छोड़ने को मजबूर कर दिया था।
धामी ने कहा कि केंद्र में कांग्रेस आजादी के बाद छह दशकों तक सत्ता में रही लेकिन उसने कभी भी अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति को शीर्ष संवैधानिक पद देने के बारे में नहीं सोचा। रुद्रप्रयाग में आयोजित 'अनुसूचित जाति स्वाभिमान सम्मेलन' में धामी ने कहा, ‘‘जब नरेन्द्र मोदी ने 2014 में प्रधानमंत्री का पद संभाला तो उसके बाद रामनाथ कोविंद और द्रौपदी मुर्मू शीर्ष संवैधानिक पद तक पहुंचे।''
केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र में अनुसूचित जाति और जनजाति के मतदाताओं की संख्या कुल मतदाताओं का 20 फीसदी से अधिक है। फिलहाल प्रदेश भाजपा महिला मोर्चे के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी निभा रहीं नौटियाल दो बार पहले भी विधायक रह चुकी हैं।