Edited By Nitika, Updated: 10 Nov, 2023 12:26 PM

उत्तराखंड के 24वें स्थापना दिवस पर देहरादून में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के मुख्य आतिथ्य में हुए मुख्य समारोह में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अनेक घोषणाएं की। उन्होंने कहा कि राज्य निर्माण में मातृशक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका रही है और महिलाएं...
देहरादूनः उत्तराखंड के 24वें स्थापना दिवस पर देहरादून में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के मुख्य आतिथ्य में हुए मुख्य समारोह में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अनेक घोषणाएं की। उन्होंने कहा कि राज्य निर्माण में मातृशक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका रही है और महिलाएं हमारे राज्य की रीढ़ हैं। जरूरतमंद परिवारों को आवश्यक सहायता उपलब्ध करवाने हेतु ‘‘मुख्यमंत्री कन्या सामूहिक विवाह‘' योजना शुरू की जाएगी। जिला स्तर पर इस तरह के आयोजन किए जाएंगे और राज्य सरकार इसकी व्यवस्था करेगी। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि प्रदेश की मातृशक्ति के समग्र विकास एवं सशक्तिकरण के उद्देश्य से हमने ‘‘महिला नीति‘' बनाई गई है, जिसको शीघ्र ही लागू किया जाएगा। देवभूमि के भविष्य को सुरक्षित रखने हेतु ‘‘बाल श्रम उन्मूलन‘' के लिए समस्त विभागों के समन्वय के साथ एक विशिष्ट कार्ययोजना बनाई जाएगी। ड्रग फ्री उत्तराखंड के स्वप्न को साकार करने के लिए हम ‘‘नशा मुक्त ग्राम‘' और ‘‘नशा मुक्त शहर‘'की योजना लाएं हैं, ऐसे क्षेत्रों को विशेष प्रोत्साहन दिया जाएगा।
इससे पहले, राष्ट्रपति का स्वागत करते हुए धामी ने कहा कि इस पावन अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न परम श्रद्धेय स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी जी का भी स्मरण करना आवश्यक है, जिनके प्रधानमंत्रित्व काल में उत्तराखंड राज्य का स्वप्न साकार हुआ था। यह हमारा कर्तव्य है कि स्वर्गीय अटल जी द्वारा पुष्पित और पल्लवित इस युवा उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए पूरी निष्ठा के साथ निरंतर प्रयासरत रहें। उन्होंने मुर्मू का स्वागत करते हुए कहा कि आदरणीय राष्ट्रपति जी का अत्यंत कठिन जीवन संघर्ष, आपका अदम्य साहस और प्रेरणास्पद राजनीतिक यात्रा प्रत्येक भारतीय को प्रेरित करती है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति जी की जीवन यात्रा हम सबके लिए इसलिए भी प्रेरणादाई है, क्योंकि उन्होंने अपने जीवन में आई समस्त कठिनाइयों को अपनी शक्ति बनाकर जीवन समर में विजय प्राप्त की।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से हमारी सरकार उत्तराखंड को देश का श्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए दिन रात कार्य कर रही हैं। हमारी सरकार विकास के लिए प्रतिबद्ध है, जनता के प्रति जवाबदेह है, भरोसेमंद है तथा अपने कार्य में दक्ष है। उन्होंने दावा किया कि 23 वर्ष में पहली बार बहुत से काम हुए हैं। इनमें पहली बार भर्तियों में घोटाले करने वालों पर कड़ी क़ानूनी कार्रवाई के लिए हमने नकल विरोधी कानून लागू किया है। पहली बार धर्मांतरण रोकने के लिए कानून लागू किया गया है। धामी ने कहा कि 23 वर्ष में पहली बार उत्तराखंड में सामान नागरिक आचार संहिता कानून लागू करने के लिए तैयारी की जा रही है। 23 वर्ष में पहली बार प्रदेश की महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत के क्षैतिज आरक्षण की व्यवस्था लागू की गई है। उन्होंने कहा कि पहली बार भ्रष्टाचारियों पर सख्त कार्रवाई हो रही है। पहली बार राजस्व पुलिस की जगह रेगुलर पुलिस की तैनाती की जा रही है। 23 वर्ष में पहली बार आपदा प्रबंधन पर विश्व स्तरीय कार्यक्रम उत्तराखंड में होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि 23 वर्ष में पहली बार उत्तराखंड, डेस्टिनेशन उत्तराखंड के रूप में निवेश का हब बनने जा रहा है।
वहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने जो मेहनत की है, वो आपके सामने है और हमारा संकल्प है कि हम इस प्रकार के कार्य करते रहेंगे। हमारी सरकार का एकमात्र लक्ष्य है- उत्तराखंड का विकास। हमारा एकमात्र ध्येय है-उत्तराखंड की प्रगति, अपने इस ध्येय की प्राप्ति के लिए हम पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ आपकी सेवा में जुटे हुए हैं। कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा राज्य की चार विभूतियों को उत्तराखंड गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया। माधुरी बड़थ्वाल, बसंती बिष्ट, सचिदानन्द भारतीय तथा राजेन्द्र सिंह बिष्ट को विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट सेवा हेतु उत्तराखंड गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया। राज्य स्थापना दिवस के भव्य कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्वारा परेड का निरीक्षण एवं मार्च पास्ट की सलामी ली गई। उन्हें राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री द्वारा स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। इस दौरान, राज्य की उपलब्धियों के बारे में एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया। इस दौरान उत्तराखंड के विभिन्न विभागों द्वारा झांकियों का प्रदर्शन एवं उत्तराखंड पुलिस द्वारा साहसिक प्रदर्शन किया गया।