Edited By Nitika, Updated: 29 Jul, 2024 01:42 PM
हरिद्वारः उत्तराखंड सरकार इन दिनों बड़ी चुनौतियों का सामना कर रही है। बता दें कि उत्तराखंड चारधाम यात्रा शुरू होने के दौरान प्रशासन के साथ-साथ एसडीआरएफ, पुलिस बल और अन्य टीमें भी बड़ी भूमिका निभा रही है। गौरतलब है कि 22 जुलाई से कांवड़ यात्रा की...
हरिद्वारः उत्तराखंड सरकार इन दिनों बड़ी चुनौतियों का सामना कर रही है। बता दें कि उत्तराखंड चारधाम यात्रा शुरू होने के दौरान प्रशासन के साथ-साथ एसडीआरएफ, पुलिस बल और अन्य टीमें भी बड़ी भूमिका निभा रही है। गौरतलब है कि 22 जुलाई से कांवड़ यात्रा की शुरुआत हो चुकी है। कांवड़ यात्रा के दौरान हर साल करोड़ों की संख्या में कांवड़िए देश के तमाम राज्यों से गंगा जल लेने हरिद्वार आते हैं। इसी बीच कई बार कांवड़ियों के बहने की भी सूचनाएं प्राप्त होती है, जिसके मद्देनजर एसडीआरएफ समेत कई टीमें तैनात की गई है।
बता दें कि धर्मनगरी हरिद्वार में कावड़ मेला अपने चरम पर है। कांवड़ यात्रा में बड़ी संख्या में शिव भक्त कांवड़िए हरिद्वार पहुंच रहे है। गंगा स्नान करते वक्त कई कांवड़ियों की गंगा में डूबने की घटनाएं सामने आ रही है। इन कांवड़ियों को बचाने के लिए 40वीं वाहिनी पीएससी, जल पुलिस, एसडीआरएफ और रुड़की बीईजी की टीमें देवदूत बन रही है। अब तक इन टीमों द्वारा कई कांवड़ियों की जान बचाई गई है। आपदा के दौरान जिन भी क्षेत्रों में एसडीआरएफ या एनडीआरएफ की जरूरत होती है, उन क्षेत्रों में पहले से ही ये टीम तैनात रहती हैं। इसके साथ ही कुछ टीमों को रिजर्व में मुख्यालय में रखा जाता है। जहां भी और अधिक एसडीआरएफ की जरूरत होती है, उन जगहों पर त्वरित गति से टीमों को रवाना किया जाता है।
वहीं इस मामले में कमांडर मनेन्द्र कुमार ने बताया कि कांवड़ मेले में विशेष तौर पर 3 टीमों का गठन किया गया है। इसमें हर की पौड़ी पर एक टीम लगातार तैनात रहती है, क्योंकि स्नान करने के दौरान यहां पर सबसे अधिक डूबने की घटनाएं होती है। उन्होंने बताया कि टीमों के द्वारा अब तक कई लोगों की जान बचाई जा चुकी है। इसके अतिरिक्त अपने द्वारा किए जा रहे इस कार्य पर वे गर्व महसूस करते है।