Edited By Vandana Khosla, Updated: 24 Jan, 2025 09:09 AM
देहरादूनः उत्तराखंड में 11 नगर निगमों सहित स्थानीय नगर निकायों के लिए बृहस्पतिवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में मतदान हुआ और 66 फीसदी वोट पड़े। राज्य निर्वाचन कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ और शाम पांच बजे तक चला। शाम...
देहरादूनः उत्तराखंड में 11 नगर निगमों सहित स्थानीय नगर निकायों के लिए बृहस्पतिवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में मतदान हुआ और 66 फीसदी वोट पड़े। राज्य निर्वाचन कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ और शाम पांच बजे तक चला। शाम पांच बजे तक कतार में लगे लोगों को वोट देने की अनुमति दी गई। मतदान मतपत्रों के जरिए हुआ।
अधिकारियों ने बताया कि शहरी स्थानीय निकाय चुनाव में अंतिम मतदान 66 प्रतिशत रहा। छिट-पुट घटनाओं को छोड़कर ज्यादातर स्थानों पर मतदान शांतिपूर्ण हुआ। कुछ लोगों ने मतदाता सूची से अपना नाम गायब होने को लेकर हंगामा किया। वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने भी मतदाता सूची में अपना नाम न होने की शिकायत की । उन्होंने कहा कि यह बात राज्य निर्वाचन आयोग के संज्ञान में लाई गई है । वह इस मामले को देख रहे हैं। कुछ एक बूथों पर धीमी गति से मतदान की शिकायतें भी आई। प्रदेश भर में 100 शहरी स्थानीय निकायों के लिए चुनाव हुए हैं। जिनमें 11 नगर निगम, 43 नगर पालिका परिषद और 46 नगर पंचायतें शामिल हैं।
शहरी स्थानीय निकायों के चुनाव में कुल 5,405 उम्मीदवार चुनावी रण में हैं। जिनमें से 72 उम्मीदवार मेयर पद के लिए, 445 नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष और 4888 नगर पार्षद पद के लिए मैदान में हैं । लोकसभा और विधानसभा चुनावों की तरह इन चुनावों में भी चिर प्रतिद्ंदी भाजपा और कांग्रेस सीधी टक्कर में हैं। मतों की गिनती कल यानी 25 जनवरी को होगी ।