Edited By Nitika, Updated: 05 Aug, 2024 11:46 AM
रुद्रप्रयाग: भारी बारिश के चलते केदारनाथ यात्रा के सड़क एवं पैदल रास्ते बाधित हो गए हैं। ऐसी परिस्थिती में जिला प्रशासन, हैली सेवाओं की मदद से खाद्य सामग्री एवं पशु चारा विभिन्न स्थानों पर उपलब्ध करवा रहा है लेकिन इस आपदा की घड़ी का फायदा उठाकर कई...
रुद्रप्रयाग: भारी बारिश के चलते केदारनाथ यात्रा के सड़क एवं पैदल रास्ते बाधित हो गए हैं। ऐसी परिस्थिती में जिला प्रशासन, हैली सेवाओं की मदद से खाद्य सामग्री एवं पशु चारा विभिन्न स्थानों पर उपलब्ध करवा रहा है लेकिन इस आपदा की घड़ी का फायदा उठाकर कई व्यापारी कालाबाजारी कर रहे हैं। वहीं प्रशासन ने यह स्पष्ट किया है कि ऐसी शिकायतों की पुष्टि होने पर इन व्यापारियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पशु चारा की काला बाजारी कर रहे व्यापारी
इस मामले में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशीष रावत ने बताया कि गौरीकुंड क्षेत्र में कुछ व्यापारियों द्वारा संचालित पशु चारा की दुकानों पर व्यापारियों द्वारा ओवर रेटिंग करने की शिकायत मिल रही हैं। बताया जा रहा है कि 700 रुपए के दाम पर बिकने वाला पशु चारे का कट्टा 1000 से 1200 रुपए के दाम पर बेचकर कालाबाजारी की जा रही है। वहीं घोड़े खच्चर संचालकों को पशु चारा देने में व्यापारी आनाकानी भी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इन शिकायतों पर जांच करवाई जा रही है। पुष्टि होने पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने इस कठिन स्थिति में व्यापारियों को तय दामों पर ही चारा बेचने की अपील भी की है।
हैली सेवाओं से पहुंचाया पशुओं का चारा
प्रशासन इंसानों के साथ ही बेजुबान जानवरों के लिए भी संवेदनशीलता के साथ लगातार कार्य कर रहा है। जिलाधिकारी के निर्देशन पर पशु चिकित्सा विभाग द्वारा यात्रा मार्गों पर फंसे हुए घोड़े खच्चरों के लिए साढ़े चार टन पशु चारा हेलीकॉप्टर के माध्यम से पहुंचाया जा चुका है।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशीष रावत ने बताया कि अब तक गौरीकुंड क्षेत्र के पशुपालकों के लिए चिरबासा हेलीपैड पर साढ़े चार टन पशु चारा पहुंचाया जा चुका है। घोड़े खच्चर संचालक अपने पशुओं का लाइसेंस या अन्य प्रपत्र चीर बासा हेलीपैड पर प्रशासन की टीम को दिखाकर पशु आहार प्राप्त कर सकते हैं।