Edited By Vandana Khosla, Updated: 09 Apr, 2025 04:22 PM

रुड़कीः रुड़की में एसडीएम चौक पर मुस्लिम समाज के लोगों ने एकत्र होकर वक्फ बिल पर अपना विरोध जताया। उन्होंने बिल को वापस लिए जाने की मांग की। मुस्लिम सेवा संगठन के प्रदर्शन को भाकियू बेदी का भी समर्थन मिला। इसके साथ ही वह कलियर जाने की जिद पर भी अड़े...
रुड़कीः रुड़की में एसडीएम चौक पर मुस्लिम समाज के लोगों ने एकत्र होकर वक्फ बिल पर अपना विरोध जताया। उन्होंने बिल को वापस लिए जाने की मांग की। मुस्लिम सेवा संगठन के प्रदर्शन को भाकियू बेदी का भी समर्थन मिला। इसके साथ ही वह कलियर जाने की जिद पर भी अड़े रहे लेकिन प्रशासन ने उन्हें वहां जाने से रोक दिया। जिसके बाद ज्वाइंट मस्जिट्रेट को ज्ञापन देकर उन्होंने अपनी मांगे राष्ट्रपति तक भेजी।
मुस्लिम सेवा संगठन के उपाध्यक्ष आकिब कुरेशी ने वक्फ बिल को बताया मुस्लिम विरोधी
आपको बता दें कि रुड़की में आज मुस्लिम समाज के सैंकड़ों लोग एसडीएम चौक पर एकत्र हुए। उन्होंने वक्फ बिल वापस लिए जाने संबंधी स्लोगन लिखे पोस्टर हाथों में लेकर नारेबाजी की और बिल को वापस लिए जाने की मांग की। राष्ट्रीय मुस्लिम सेवा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नईम कुरैशी ने कहा कि केंद्र सरकार संविधान को खत्म करने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि इस देश में आज तक हिंदू मुस्लिम एक होकर रहता है। मुस्लिम सेवा संगठन के उपाध्यक्ष आकिब कुरेशी ने कहा कि वक्फ बिल मुस्लिम विरोधी है। इससे भाजपा शासन ने अपनी मुस्लिम विरोधी,अल्पसंख्यक विरोधी मंशा की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि अगर बिल वापस न लिया गया तो किसी भी आंदोलन से मुस्लिम समुदाय पीछे नहीं हटेगा।
मुस्लिम समुदाय ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को सौंपा
इस प्रदर्शन को समर्थन देने पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल बेदी ने कहा कि इस देश में हिंदू और मुस्लिम एक मंच से एकता की आवाज को बुलंद करते आए हैं। लेकिन सरकार इन दोनों को लड़वाकर अपनी राजनीति चमका रही है। लेकिन अब लोगों को जागरूक होकर सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ आवाज उठानी होगी। वहीं, प्रदर्शन के बाद मुस्लिम समुदाय के लोग कलियर जाने की जिद पर अड़ गए। ज्वाइंट मस्जिट्रेट आशीष कुमार मिश्रा,एसपी देहात शेखर चंद्र सुयाल और सीओ मंगलौर विवेक कुमार ने लोगों को समझाया। इसके बाद में उन्होंने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भेजा।