Edited By Vandana Khosla, Updated: 27 Sep, 2024 03:37 PM
रुड़कीः उत्तराखंड में रुड़की के थाना पिरान कलियर क्षेत्र में एक कंपनी में काम करते समय श्रमिक की मौत की खबर सामने आई है। दरअसल, कंपनी में काम करते समय अचानक मशीन की चपेट में आने से युवक की मौत हो गई है। वहीं इस घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर...
रुड़कीः उत्तराखंड में रुड़की के थाना पिरान कलियर क्षेत्र में एक कंपनी में काम करते समय श्रमिक की मौत की खबर सामने आई है। दरअसल, कंपनी में काम करते समय अचानक मशीन की चपेट में आने से युवक की मौत हो गई है। वहीं इस घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। इसी के साथ पुलिस ने मृतक के परिजनों को मामले की जानकारी दी और मामले की छानबीन में जुट गई। वहीं इस घटना के बाद अन्य श्रमिकों ने कंपनी पर गंभीर आरोप लगाए है।
अचानक मशीन की चपेट में आने से युवक की मौत
जानकारी के अनुसार 22 वर्षीय सत्यम नामक युवक उत्तर प्रदेश मुरादाबाद के कांठ का निवासी था। सत्यम पिरान कलियर क्षेत्र में धनोरी मार्ग पर स्थित वायर बनाने वाली वी-मार्क इंडिया लिमिटेड नाम की कंपनी में कार्य करता था। बताया गया है कि सत्यम कंपनी में कार्य करने के दौरान अचानक मशीन की चपेट में आ गया और इस हादसे में उसकी मौत हो गई। वहीं युवक की मौत के बाद कंपनी में काम करने वाले श्रमिकों में अफरा-तफरी मच गई। इसी बीच किसी ने घटना की जानकारी पुलिस को दे दी। इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर घटना के बारे में जानकारी जुटाई। इसके बाद पुलिस ने मृतक के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए रूड़की के सिविल अस्पताल में भिजवा दिया और मृतक के परिजनों को घटना की जानकारी दी।
श्रमिकों ने कंपनी के सुपरवाइजर पर लगाए आरोप
वहीं कंपनी में काम करने वाले अन्य श्रमिकों का आरोप है कि इस कंपनी में काम करने वाले किसी भी श्रमिक को अगर चोट लगती है तो उसे अपनी जेब से पैसे खर्च कर इलाज कराना पड़ता है। इसी के साथ उनका आरोप है कि इतना बड़ा हादसा होने के बाद उस जगह से कैमरे भी हटा दिए गए हैं और घटना की जगह से ब्लड भी साफ कर दिया गया है। उन्होंने सीधा-सीधा आरोप कंपनी के सुपरवाइजर और अन्य लोगों पर लगाए हैं। वहीं उन्होंने कंपनी द्वारा मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की बात कही है। उनका कहना है कि अगर मृतक के परिवार को मुआवजा नहीं दिया गया तो वह पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग करेंगे। वहीं इस मामले में पुलिस का कहना है कि तहरीर आने के बाद अग्रिम कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।