उत्तराखंड के कुमाऊं में पहली बरसात से जन जीवन पर पड़ा असर, मलबा आने से कई सड़कें हुई बंद

Edited By Ramanjot, Updated: 27 Jun, 2024 04:04 PM

many roads closed due to first rain in kumaon uttarakhand

पिथौरागढ़ जिले की गंगोलीहाट, डीडीहाट, धारचूला, मुनस्यारी, बंगापानी, तेजम, थल और पिथौरागढ़ तहसीलों में सामान्य से भारी बरसात हुई है। सबसे अधिक बरसात बंगापानी, मुनस्यारी और धारचूला में हुई है। धारचूला-पिथौरागढ़ मार्ग मलबा आने से कई घंटे बंद रहा, जिससे...

नैनीताल: उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल में मौसम की पहली बरसात से जन जीवन पर व्यापक असर पड़ा है। चंपावत और नैनीताल जिले में मलबा आने से 08 सड़कें बंद हो गई हैं, जबकि शारदा बैराज से एक शव बरामद हुआ है। कुमाऊं मंडल के अधिकांश जिलों में बीती रात से भारी बरसात हो रही है। 

कुछ समय तक फंसे रहे कैलाश जाने वाले पर्यटक
पिथौरागढ़ जिले की गंगोलीहाट, डीडीहाट, धारचूला, मुनस्यारी, बंगापानी, तेजम, थल और पिथौरागढ़ तहसीलों में सामान्य से भारी बरसात हुई है। सबसे अधिक बरसात बंगापानी, मुनस्यारी और धारचूला में हुई है। धारचूला-पिथौरागढ़ मार्ग मलबा आने से कई घंटे बंद रहा, जिससे आदि कैलाश जाने वाले पर्यटक कुछ समय तक फंसे रहे। धारचूला में भी पहाड़ी से मलबा आने की खबरे हैं। चंपावत जिले में टनकपुर-चंपावत राष्ट्रीय राजमार्ग 109 समेत कुल छह सड़कें बंद हैं। एनएच 109 किमी 27 पर मलबा आने से बंद है। प्रशासन राष्ट्रीय राजमार्ग को खोलने में जुटा हुआ है। 

प्रशासन की ओर से सड़कों को खोलने के प्रयास जारी
इसके अलावा पूर्णागिरी, सूखी ढांग-रीठा साहिब किमतोली- धौन-पत्थरभौन, रीठा-बिनवाल गांव, धौन-सल्ली, धौन-दियूरी ग्रामीण मार्ग भी मलबा आने से बंद हो गए हैं। प्रशासन की ओर से सड़कों को खोलने के प्रयास जारी हैं। चंपावत के टनकपुर में शारदा बैराज में आज सुबह एक शव तैरता दिखाई दिया। राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) ने शव को बाहर निकाला और पुलिस के हवाले कर दिया। आगे की कार्यवाही की जा रही है। बताया जा रहा है कि शव कहीं से बह कर आया है। नैनीताल जिले में भी दो ग्रामीण मार्ग मलबा आने से बंद हो गए हैं।

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