Edited By Vandana Khosla, Updated: 26 Apr, 2025 02:24 PM

Uttarakhand desk: वामपंथी दलों ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद देश के विभिन्न हिस्सों में कश्मीरी छात्रों के उत्पीड़न और उन्हें धमकियां मिलने की खबरों पर शुक्रवार को चिंता जताई और ऐसी घटनाओं के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
Uttarakhand desk: वामपंथी दलों ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद देश के विभिन्न हिस्सों में कश्मीरी छात्रों के उत्पीड़न और उन्हें धमकियां मिलने की खबरों पर शुक्रवार को चिंता जताई और ऐसी घटनाओं के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने कहा कि इससे आतंकवादियों के एजेंडे को और मदद मिलेगी। जबकि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी लिबरेशन ने धमकियों व उत्पीड़न की खबरों को नफरत से प्रेरित कृत्य करार दिया। माकपा ने यहां जारी एक बयान में कहा कि ऐसे समय में जब पूरा देश पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले के खिलाफ एकजुट है। लेकिन उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र समेत विभिन्न राज्यों में जम्मू-कश्मीर के छात्रों व व्यापारियों को धमकी दिए जाने और उनके उत्पीड़न की खबरें सामने आ रही हैं।
पार्टी ने कहा कि देहरादून में एक सांप्रदायिक संगठन की धमकियों और चेतावनी के कारण कई कश्मीरी छात्र अपने घर चले गए हैं। वहीं, देश के विभिन्न भागों में पढ़ रहे कश्मीरी छात्रों के माता-पिता पंजाब और उत्तराखंड के कॉलेजों में मारपीट व धमकी की घटनाओं की खबरों के बाद चिंतित हैं। जबकि पूरे देश ने देखा है कि किस तरह कश्मीरियों ने एक स्वर में आतंकवादी हमले की निंदा और विरोध किया।