Edited By Vandana Khosla, Updated: 14 Mar, 2025 11:00 AM

देहरादून: उत्तराखंड के देहरादून में गुरुवार को मुख्यमंत्री आवास के खुले परिसर मेें राज्य की लोक संस्कृृति के विभिन्न रंग बिखरे और राज्य सांस्कृतिक एकता और समृृद्धि के दर्शन हुए। जहां एक तरफ हारूल नृत्य करते जौनसारी कलाकार तो दूसरी तरफ अपनी ही धुन...
देहरादून: उत्तराखंड के देहरादून में गुरुवार को मुख्यमंत्री आवास के खुले परिसर मेें राज्य की लोक संस्कृृति के विभिन्न रंग बिखरे और राज्य सांस्कृतिक एकता और समृृद्धि के दर्शन हुए। जहां एक तरफ हारूल नृत्य करते जौनसारी कलाकार तो दूसरी तरफ अपनी ही धुन में मगन होली गीत गातीं, नाचतीं लोहाघाट से आईं महिला कलाकार दिखी। इन सबके बीच, पौड़ी जिले के राठ क्षेत्र से आई सांस्कृतिक टोली का अपना आकर्षण था। थारू जनजाति का नृत्य तो छोलिया नृत्य करते अल्मोड़ा के कलाकारों की अपनी मस्ती नजर आई।

उत्तराखंड के सीएम धामी के शासकीय आवास पर होली मिलन कार्यक्रम की यही तस्वीर उभरी, जिसमें गढ़वाल-कुमाऊं से लेकर जौनसार तक का होली गायन और नृत्य था। लोक संस्कृति का वह प्रभाव भी था, जो उत्तराखंड को सांस्कृतिक तौर पर विशिष्टता प्रदान करता है। मुख्यमंत्री के आमंत्रण पर उनके आवास पर सांस्कृतिक दलों का एक मेला सा जुटा। होली के गीत गूंजे। पारंपरिक गायन हुआ। ढोल, मंजीरे बजे। पारंपरिक वाद्य यंत्रों की संगत ने होली गीतों के प्रभाव को और बढ़ा दिया। ‘आओ दगड़ियो, नाचा गावा, आ गई रंगीली होली' का आह्वान यदि अल्मोड़ा से आए कलाकारों ने किया, तो राठ क्षेत्र के कलाकारों ने गाया-आई डान्ड्यू बसंत, डाली मा मौल्यार। राठ क्षेत्र कला समिति के कलाकार इस बात से बेहद खुश दिखे कि उन्हें विशेष तौर पर बुलाया गया। अपने होली के गीतों से इस समिति ने कम समय में खास पहचान बनाई है।

इस समिति के प्रमुख प्रेम सिंह नेगी ने कहा, ‘‘हमारा 19 सदस्यीय दल सीएम आवास पर प्रस्तुति देकर गौरवान्वित है। लोहाघाट के शिवनिधि स्वयं सहायता समूह के दल का आकार बड़ा रहा। इस दल में 54 सदस्यों ने होली गीतों पर बेहतरीन प्रस्तुति दी। इस ग्रुप की प्रमुख अलका का कहना है, 'उन्होंने पहली बार सीएम आवास में प्रस्तुति दी। यह अवसर पूरे ग्रुप के लिए महत्वपूर्ण है।'' धामी लोक कलाकारों के संग होली के रंगों में पूरी तरह से रंगे नजर आए। उन्होंने विभिन्न दलों के कलाकारों के साथ काफी समय बिताया। उनके साथ वह थिरके भी। ढोल, थाली और अन्य पारंपरिक वाद्य यंत्रों पर हाथ भी आजमाया।

उत्तराखंड के विभिन्न स्थानों से आए लोक कलाकारों ने इस मौके पर कहा कि लोक संस्कृति पर मुख्यमंत्री अच्छा काम कर रहे हैं। खटीमा की वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप थारू उत्थान समिति के कलाकारों के 20 सदस्यीय दल ने भी आज अपनी प्रस्तुति दी। इस दल के बंटी राणा और रिंकूू राणा का कहना था कि बेहतर काम करने वाले कलाकारों को तलाश कर अवसर दिए जा रहे हैं। कार्यक्रम में मंत्रीगणों, विधायकों, जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों एवं प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आए गणमान्य लोगों ने मुख्यमंत्री से भेंट कर उन्हें होली की शुभकामनाएं दीं।