Edited By Vandana Khosla, Updated: 30 Oct, 2024 02:03 PM
रूद्रप्रयाग : दिवाली के अवसर पर रुद्रप्रयाग में महिलाओं ने कई प्रकार के प्रोडक्ट तैयार किए है। इसमें गोबर व मिट्टी के दीये, धूप, अगरबत्ती, कंडाली, मंडुवे के पापड़ आदि उत्पादों को तैयार किया है। इतना ही नहीं बल्कि विलुप्त के कगार पर पहुंची पहाड़ की...
रूद्रप्रयाग : दिवाली के अवसर पर रुद्रप्रयाग में महिलाओं ने कई प्रकार के प्रोडक्ट तैयार किए है। इसमें गोबर व मिट्टी के दीये, धूप, अगरबत्ती, कंडाली, मंडुवे के पापड़ आदि उत्पादों को तैयार किया है। इतना ही नहीं बल्कि विलुप्त के कगार पर पहुंची पहाड़ की पारंपरिक मिठाई अरसे और रोटने भी बाजार में बेचे जा रहे हैं। बता दें कि इन महिला समूहों ने ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान रुद्रप्रयाग से प्रशिक्षण प्राप्त किया है।
प्राप्त सूचना के मुताबिक जवाडी गांव की महिलाओं द्वारा स्थानीय सामग्रियों की सहायता से विभिन्न उत्पाद बनाकर बाजार में बेचे जा रहे हैं। जिन्हें लोग खूब पसंद भी कर रहे हैं। इस दौरान समूह की महिलाओं द्वारा तैयार किए गए गोबर मिट्टी के दीये, धूप और अगरबत्ती को लोग खूब पसंद कर रहे हैं। महिलाओं ने हाल में राजधानी देहरादून में सम्पन्न हुए सरस मेले में आठ हजार से अधिक मिट्टी और गोबर के दिये बेचे थे। जबकि इसी तरह मंडुवे और कंडाली के पापड़ भी महिलाओं द्वारा बेचे गए। इन दिनों दीपावली पर्व को देखते हुए महिलाओं ने रुद्रप्रयाग बाजार में स्थानीय उत्पादों का स्टॉल लगाया है।
बता दें कि ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान द्वारा जनपद के तीनों विकास खण्डों में महिलाओं एवं बेरोजगार युवक युवतियों को स्वरोजगार का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसमें जनपद भर से 20 से अधिक समूह की 50 से अधिक महिलाएं स्थानीय उत्पादों पर कार्य कर रही हैं। जिससे महिलाओं को अच्छी खासी आमदनी हो रही हैं।