Edited By Ramkesh, Updated: 29 May, 2024 08:28 PM
![chardham yatra dashboard prepared for the convenience of pilgrims](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_5image_20_28_193590219987-ll.jpg)
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को सुगम एवं प्रभावी बनाने हेतु राज्य के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से चारधाम यात्रा डैशबोर्ड तैयार किया गया है। सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी (आईटीडीए) की निदेशक नितिका खंडेलवाल की ओर से बुधवार को राज्यपाल...
नैनीताल: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा को सुगम एवं प्रभावी बनाने हेतु राज्य के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से चारधाम यात्रा डैशबोर्ड तैयार किया गया है। सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी (आईटीडीए) की निदेशक नितिका खंडेलवाल की ओर से बुधवार को राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि.) गुरमीत सिंह के समक्ष वर्चुअल माध्यम से इसका प्रस्तुतीकरण किया गया। आईटीडीए द्वारा संचालित इस पहल में प्रथम चरण में राज्य के नौ प्रमुख विभागों स्वास्थ्य, पशुपालन, पर्यटन, आपदा प्रबंधन, यूकाडा, क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय, पुलिस, लोक निर्माण और गढ़वाल मंडल विकास निगम लिमिटेड को इसमें शामिल किया गया है।
उक्त विभागों द्वारा अपनी-अपनी सेवाओं से सम्बन्धी ब्यौरा यथासमय इस डैशबोडर् में उपलब्ध किया जाएगा। जिसमें स्वास्थ्य विभाग द्वारा तीर्थयात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण, वापस लौटाए गए लोगों की रियल-टाइम निगरानी, ओ0पी0डी0 रोगियों की जानकारी, तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य की आपात स्थिति में एंबुलेंस और हेलीकॉप्टर के माध्यम से रेफरल की सुविधा की जानकारी रहेगी। पशुपालन विभाग द्वारा घोड़ों एवं खच्चरों की स्क्रीनिंग, बीमा विवरण और हताहत की जानकारी, लोक निर्माण विभाग द्वारा यात्रा मार्ग पर रोड ब्लॉक का विस्तृत मानचित्रण और मार्ग के पुन: खोलने की समय-सीमा, यूकाडा द्वारा तीर्थयात्रियों के आवागमन के आधार पर रणनीति व तिथि-वार टिकट बुकिंग की उपलब्धता, क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय द्वारा ग्रीन काडर्, यात्रा काडर् और वाहन वर्गीकरण की स्थिति तथा पर्यटन विभाग द्वारा तिथि वार और धाम-वार तीर्थयात्रियों के आवागमन की संख्या उपलब्ध रहेगी।
गढ़वाल मंडल विकास निगम द्वारा धामों में आवास की स्थिति की जानकारी, आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा यात्रा मार्ग की निगरानी, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के संयत्रों की तैनाती, मौसम पूर्वानुमान और यात्रा मार्ग के साथ आईएमडी की चेतावनी और पुलिस विभाग द्वारा यात्रा मार्ग पर यातायात सुरक्षा इत्यादि पहलुओं का समावेश डैशबोडर् में किया जा सकेगा। इस मौके पर राज्यपाल ने आशा जताई कि अत्याधुनिक डैशबोडर् यात्रा को सुगम बनाने और तीर्थयात्रियों के लिए मददगार होगा। राज्यपाल ने आईटीडीए के इस प्रयास की सराहना भी की।
उन्होंने कहा कि हमें तकनीकी का प्रयोग कर एक नई कार्य संस्कृति विकसित करनी होगी। गौरतलब है कि श्री सिंह ने विगत तीन मई को विभिन्न विभागों को आपसी समन्वय स्थापित कर यात्रा के सफल संचालन तथा यथासमय तीर्थयात्रियों को सम्यक जानकारी उपलब्ध कराने के संबंध में सभी विभागों को निर्देश दिये थे। खासकर आईटीडीए के निदेशक को यात्रा का डिजिटली अनुश्रवण किये जाने हेतु डिजिटल चारधाम डैशबोडर् निर्माण करने के निर्देश दिये थे।